यह है बिहार का राष्ट्रवादी आम का बागीचा, बाग में 29 किस्म के हैं 450 पेड़; मोदी और योगी के नाम पर Mango जल्द ।
Rashtravaadi Aam Ka Baagicha:कटिहार. बिहार के कटिहार जिले में एक अनोखा आम का बागीचा है. इसे लोग राष्ट्रवादी आम का बागीचा के नाम से भी जानते हैं. इस बाग के मालिक हैं बिहार में मैंगो मैन के नाम से प्रसिद्ध कालिदास बनर्जी. इस बाग मेंआम की 29 किस्मों की पैदावार की जाती है. आम की किस्मों के नाम विवेकानंद से लेकर चितरंजन के नाम पर हैं. फिलहाल इस अनूठे आम के बाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर आम की वैरायटी विकसित की जा रही है. आम के सीजन में इस बागीचे की चर्चा जरूर होती है और लोग यहां से आम खरीदना भी चाहते हैं.
फलों का राजा आम के कई वैरायटी से आप अवगत होंगे. देश के कई हिस्सों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे कटिहार की भी आम को लेकर खास पहचान है. खास पहचान दिलाने में जिला के एक शख्स की महत्वपूर्ण भूमिका है. कटिहार जिला में आम की खेती को लेकर महारत रखने के कारण उन्हें ‘मैंगो मैन’ के नाम से भी जाना जाता है. रौतारा थाना क्षेत्र के रौतारा गांव के निवासी कालिदास बनर्जी के आम बगीचे में लगभग 450 आम का पेड़ हैं. इसमें लगभग 29 वैरायटी के आम हैं. क्रॉस ग्राफ्टिंग तकनीक से कालिदास बनर्जी ने कई आम को स्वाद, सुगंध एवं साइज के लिहाज से आकर्षक रूप दिया है.
राष्ट्रवादी आम का बागीचा
बड़ी बात यह है इस आम बागीचे को लोग राष्ट्रवादी आम बागीचा के नाम से भी जानते हैं. इसके पीछे की वजह काफी रोचक है. आमतौर पर किसी भी नई चीज का नाम अपने परिवार के सदस्य के नाम पर रखने प्रचलन है, मगर राष्ट्रवादी विचारधारा के कालिदास बनर्जी क्रॉस ग्राफ्टिंग के तरीके से तैयार आम की किस्म को महापुरुष, वैज्ञानिक या देश की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले लोकप्रिय और महान हस्तियों के नाम पर रखते हैं.
चितरंजन से लेकर विवेकानंद के नाम पर आम
कालिदास बनर्जी महान साइंटिस्ट चितरंजन के नाम पर चितरंजन आम का पेटेंट ले चुके हैं. वहीं, विवेकानंद आम सिर्फ कटिहार ही नहीं, बल्कि अगल-बगल के जिला के साथ-साथ बंगाल में भी खासा लोकप्रिय है. इस आम का भी पेटेंट लेने की प्रक्रिया चल रही है. काली दा बताते हैं कि वह देश और दुनिया में नए अलख जगाने वाले नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के नाम पर क्रॉस ग्राफ्टिंग प्रोसेस के जरिये नई किस्म बनाने की कोशिश कर रहे हैं. मैंगो मैन बताते हैं कि बिहार के किसानों की ओर से इन दोनों लोकप्रिय नेताओं की पहचान से जुड़ी यह एक नायाब उपहार होगा. फिलहाल आम की इन दोनों किस्मों पर काम चल रहा है.