UPSC :श्रुति राज लक्ष्मी सिविल सर्विस में नौकरी पाने के लिए छोड़ दी थी नौकरी,मिला 25वां रैंक।
भागलपुर। UPSC CSE 2021 Result: भागलपुर की बिटिया श्रुति राज लक्ष्मी ने यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग 2021) की परीक्षा में 25 वां रैंक हासिल कर जिला का मान बढ़ा दिया। शाहकुंड प्रखंड के अंबा निवासी सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता रामाश्रय प्रसाद सिंह की पोती श्रुति राज लक्ष्मी की प्रारंभिक पढ़ाई जमशेदपुर में हुई। पिता आनंद कुमार झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता हैं, तो मां प्रीति रानी लोहरदगा जिला में डीएसडब्लू (जिला समाज कल्याण पदाधिकारी) पद पर कार्यरत हैं। लोयला जमशेदपुर से दसवीं तक की पढ़ाई की। दसवीं बोर्ड की परीक्षा में श्रुति को 97.6 प्रतिशत अंक मिले। इसके बाद श्रुति ने डीपीएस आरके पुरम दिल्ली से इंटर की पढ़ाई पूरी की। इंटर की परीक्षा में श्रुति को 96.6 प्रतिशत अंक मिले।
इसके बाद श्रुति ने आइआइटी बीएचयू वाराणसी से कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलाजी से कंप्यूटर साइंस एंड टेक्नोलाजी विषय में बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद श्रुति ने बंगलुरु की एक कंपनी में आठ महीने तक नौकरी की। श्रुति सिविल सर्विस को अपना कैरियर बनाना चाहती थी। इस कारण उसने नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। श्रुति ने कहा कि पुराने टापर्स के बुक लिस्ट के आधार पर मैंने तैयारी की। खुद से नोट तैयार किया। टेस्ट सीरिज के जरिये अपनी तैयारियों को हमेशा परखती रही। मेरे दादाजी, मां और पिताजी का भरपूर सहयोग मिला। कठिन परिश्रम और स्वजनों के सहयोग के कारण यह सफलता मिली।
भागलपुर में भी रह कर सकते हैं यूपीएससी की तैयारी, महंगे कोचिंग की नहीं है जरूरत
यूपीएससी की परीक्षा में 25 वां रैंक हासिल करने वाली शाहकुंड प्रखंड के अंबा गांव की बिटिया श्रुति राज लक्ष्मी ने कहा कि भागलपुर में भी रह यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की जा सकती है। श्रुति राज लक्ष्मी ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए किन-किन पुस्तक से पढ़ाई करनी है, यह जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध है। यूपीएससी की तैयारी करने वाले युवा पुराने टापर्स के बुक लिस्ट के जरिये तैयारी शुरू कर सकते हैं। खुद से नोट तैयार करें। किसी अच्छे संस्थान के टेस्ट सीरिज से जुड़ कर हमेशा अपनी तैयारी को परखते रहे।
श्रुति ने कहा कि यूपीएससी की तैयारी के लिए सबसे जरूरी है कि हमेशा अपनी सोच को सकारात्मक रखें। कभी अपने उपर इस बात को हावी नहीं होने दें कि यह बहुत कठिन है, मुझसे नहीं होगा। जब भी नकारात्मकता हावी होने लगे, खुद को सकारात्मक बनाएं। पुराने टापर्स के साक्षात्कार को देखें। उन्होंने अपनी तैयारी में किन-किन किताबों को शामिल किया है। इस आधार पर अपनी तैयारी को लेकर योजना बनाएं। श्रुति राज लक्ष्मी ने कहा कि मेरे स्वजनों ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया। नौकरी छोड़ कर जब मैंने यूपीएससी की तैयारी करने का निर्णय लिया, तो दादाजी, पिता और मां ने समर्थन दिया। परीक्षा की तैयारी के दौरान हमेशा मेरा मनोबल बढ़ाया। यही कारणथा कि दूसरे प्रयास में ही मुझे यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता मिल गई। मैंने कालेज में पढ़ाई के दौरान ही पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी, लेकिन वह गंभीर प्रयास नहीं था। इस कारण सफलता नहीं मिली। इसके बाद मैंने नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू की और सफलता भी मिली।