भागलपुर का जर्दालु आम और शाही लीची का स्वाद चखेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व PM मोदी, बाग का चयन शुरू ।
मुजफ्फरपुर. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार मुजफ्फरपुर की प्रसिद्ध शाही लीची और भागलपुर के जर्दालु आम का स्वाद चखेंगे. लीची और आम की खास पैकिंग कराकर दिल्ली भेजा जायेगा. सबसे पहले लीची बाग का चयन होगा. एडीएम के अध्यक्षता में कमेटी बनेगी. माननीय दो साल बाद मुजफ्फरपुर की शाही लीची का स्वाद ले सकेंगे. राज्य सरकार ने इस साल लीची व आम की सौगात दिल्ली भेजने का निर्णय लिया है. मंत्रिमंडल सचिवालय ने दिल्ली सौगात भेजने का निर्णय लेते हुए मुजफ्फरपुर व भागलपुर जिला प्रशासन को तैयारी के आदेश दिये हैं. मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के संयुक्त सचिव निशीथ शर्मा ने दोनों जिला प्रशासन को लिखित निर्देश दिया है. कहा गया है कि मुजफ्फरपुर से शाही लीची व भागलपुर से जर्दालु आम की एक एक हजार पैकेट दिल्ली भेजने के लिए तैयार किया जाये.
बिहार के ये दो प्रसिद्ध सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, विरोधी दल के नेता राहुल गांधी, मुख्य निर्वाचन आयुक्त व निर्वाचन आयुक्त, नीति आयोग के उपाध्यक्ष व सदस्य, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष, सभी केंद्रीय मंत्री, सभी केंद्रीय राज्य मंत्री, सभी सांसद, कैबिनेट सचिव व सचिव स्तर के अधिकारी, स्थानिक आयुक्त, दिल्ली में बिहार के सभी प्रशासनिक अधिकारी आदि को यह सौगात भेजी जायेगी. इसमें करीब ढाई किलो लीची जिनकी संख्या सौ होगी व 15 से 20 जर्दालु आम का पैकेट तैयार किया जायेगा. दिल्ली पहुंचाने के लिए फलों की यह सौगात फ्रीजर के माध्यम से दिल्ली पहुंचेगी और स्थानीय अधिकारी इस सौगात को लेकर दिल्ली जायेंगे.
दिल्ली व मुंबई के लिए गयी लीची की पहली खेप
मुुंबई के लिए मुजफ्फरपुर की शाही लीची की पहली खेप मुंबई भेजी गयी है. पवन एक्सप्रेस से तीस पेटी लीची भेजी गयी है. दामोदरपुर के लीची व्यवसायी मो. रेयाज ने भेजा है. यह लीची बैरिया फील्ड इलाके का है. बताया जाता है कि इस बगीचा का लीची अन्य बागों से पहले तैयार होता है और इसका मुंबई में खासी डिमांड रहती है. मो. रेयाज ने बताया कि रविवार को लीची तोड़ने का काम किया गया था. जो अब चालू रहेगा. पहली खेप पवन एक्सप्रेस से भेजी गयी है. आगे भी इससे अधिक मात्रा में लीची भेजी जायेगी. उन्होंने बताया कि रेल के अलावा ट्रक से भी लीची मुंबई के अलावा दिल्ली, गुजरात और दक्षिण भारत भेजा जायेगा.
स्टेशन जाने में हो रही परेशानी
व्यवसायी मो. रेयाज ने बताया कि शहर में स्मार्ट सिटी के तहर निर्माण कार्य जारी है. लेकिन, अधिकांश इलाकों में नाली खुली है. स्टेशन रोड में भी स्थिति ठीक नहीं है. इससे लीची लोड गाड़ी या ठेला को आने में परेशानी हो रही है. ठेला चालक आना नहीं चाहता है. स्टेशन समय पर पहुंचना होता है. इससे पूरा दिन लग जाता है. खर्च अधिक वहन करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर डीएम को भी उन्होेंने पत्र लिखा है. वही दिल्ली के लिए अलग-अलग ट्रेनों से लीची की खेप भेजी गयी. नयी दिल्ली जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट एक्सप्रेस से 49, वैशाली सुपर फास्ट एक्सप्रेस से 21 दिल्ली के लिए रवाना हुई. इससे पूर्व रविवार को 40 पेटी लीची जंक्शन से दिल्ली के लिए भेजी गयी थी. फिलहाल एसएलआर बोगी से लीची महानगरों के भेजी जा रही है.