समस्तीपुर में बांस,तो सुपौल, मधेपुरा में मखाना, जानें किस रेलवे स्टेशन पर मिलेगा कौन सा उत्पाद ।
समस्तीपुर. भारतीय रेलवे ने अपने स्टेशनों को एक उत्पाद के लिए चयनित किया है. इस क्रम में दरभंगा, तिरहुत और कोसी प्रमंडलों के प्रमुख स्टेशनों पर तीन प्रकार के उत्पादों का बिक्री सुनिश्चित की गयी है. समस्तीपुर जंक्शन पर अब ट्रेनों से उतरते ही यात्रियों को बांस से बने शिल्प उत्पाद नजर आयेंगे. इसके अलावा रूसेड़ाघाट स्टेशन पर भी बांस की बनी कलाकृतियां बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगी. वहीं, दौरम मधेपुरा स्टेशन पर मखाना तो नरकटियागंज में मशहूर मरचा चूड़ा का स्वाद भी या यात्री चख सकेंगे.
समस्तीपुर रेल मंडल के 15 स्टेशनों का चयन
समस्तीपुर रेल मंडल ने मंडल के 15 स्टेशनों को चयनित करते हुए एक स्टेशन एक उत्पाद के तहत सामान की बिक्री की व्यवस्था करने जा रही है. स्थानीय उद्योग, शिल्पकार व कलाकृतियों को बढ़ावा देने के लिए यह पहल की गई है. इसके लिए अप्रैल के अंतिम सप्ताह में प्रक्रिया शुरू हो जाने की उम्मीद है. जयनगर और कुर्था के बीच ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाने के बाद पर्यटन को बढ़ावा देते हुए देख जयनगर स्टेशन पर मिथिला पेंटिंग की बिक्री की व्यवस्था की जायेगी. इसके अलावा पर्यटकों को देखते हुए रक्सौल स्टेशन पर भी मिथिला पेंटिंग के बने उत्पाद स्टेशन के काउंटर पर उपलब्ध होंगे.
रेलवे नाम मात्र की टोकन राशि लेगा
मंडल के वाणिज्य विभाग की ओर से इन उत्पादों को यात्रियों को मुहैया कराने के लिए प्लेटफाॅर्म पर स्टॉल उपलब्ध कराया जायेगा, जहां इन उत्पादों की बिक्री यात्रियों को की जा सकेगी. इसके लिए रेलवे नाम मात्र की टोकन राशि लेगा. योजना का उद्देश्य रेलवे परिसर का उपयोग कर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है. रेलवे के इस प्रयास से स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्प व हथकरघा व्यवसाय से जुड़े उद्यमों के लिए बेहतर अवसर विकसित करने में मदद मिलेगी. रेल यात्रियों के लिए भी स्थानीय उत्पाद की जानकारी होने के साथ ही उन्हें उपलब्ध भी हो सकेगा.
इन स्टेशनों को किया गया चयनित
स्टेशन उत्पाद
सहरसा जूट
समस्तीपुर बांस के उत्पाद
बेतिया मरचा चूड़ा
नरकटियागंज मरचा चूड़ा
बगहा मरचा चूड़ा
जयनगर मिथिला पेंटिंग
मधुबनी मिथिला पेंटिंग
रक्सौल मिथिला पेंटिंग
सीतामढ़ी लाह चूड़ी
सुपौल मखाना
मधेपुरा मखाना
सिमरी बख्तियारपुर मखाना
रूसेड़ाघाट बांस से बने उत्पाद
बापूधाम मोतिहारी सीप से बने उत्पाद