Google Chrome यूजर्स को सरकार की सलाह, जल्द कर लें ये काम नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान
नई दिल्ली. दुनिया के सबसे लोकप्रिय ब्राउजरों में से एक गूगल क्रोम (Google Chrome) का इस्तेमाल अरबों लोग करते हैं. भारत में भी करोड़ों लोगों के कंप्यूटर और मोबाइल फोन पर इसका धड़ल्ले से उपयोग होता है. इसलिए यह हमेशा हैकर्स के निशाने पर रहता है. साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने वाली नोडल एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने हाल ही में गूगल क्रोम को लेकर अलर्ट जारी किया है.
सीईआरटी-इन ने गूगल क्रोम के यूजर्स के लिए चेतावनी जारी कर उन्हें सलाह दी है कि वे अपने डेस्कटॉप ब्राउजर को जल्द से जल्द अपडेट कर लें. गूगल (Google) ने क्रोम (Chrome) ब्राउजर में मौजूद खामियों को स्वीकार किया था और अपना अपडेट जारी किया था. इसे देखते हुए सीईआरटी-इन ने सलाह संबंधी नोट जारी किया है.
हैकर्स का हो सकता है हमला
सीईआरटी-इन ने अपने नोट में कहा है कि गूगल क्रोम की अतिसंवेदनशीलता साइबर हमलावरों को आकर्षित कर सकती है. ये हैकर्स दूर बैठकर ही आपके सिस्टम में खतरनाक कोड एग्जिक्यूट करने और सिक्योरिटी को भेदने जैसे काम कर सकते हैं. यहां तक कि बफर ओवरफ्लो का भी ये कारण बन सकते हैं और आपके सिस्टम में मौजूद सॉफ्टवेयर को करप्ट कर सकते हैं.
मौजूद हैं कई गंभीर खामियां
भारत सरकार की इस नोडल एजेंसी ने क्रोम ब्राउजर को प्रभावित करने वाली समस्याओं को ‘उच्च’ गंभीरता रेटिंग दी है. नोट में कहा गया है कि वेबजीएल (WebGL), एक्सटेंशन एपीआई (Extensions API), इनपुट, एचटीएमएल पार्सर, वेब ऑथेंटिकेशन और आईफ्रेम, वेबजीपीयू (WebGPU) और वेब यूआई सेटिंग्स में हीप बफर ओवरफ्लो, यूआई शेल्फ में आउट-ऑफ-बाउंड मेमोरी एक्सेस, ब्लिंक एडिंटिंग में अपर्याप्त डेटा सत्यापन में अनुचित कार्यान्वयन के कारण खामियां मौजूद हैं. इसके अलावा देव टूल्स और डाउनलोड में गलत सुरक्षा इंटरफेस जैसी खामियां हैं.