Saturday, February 1, 2025
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5 वीं कक्षा में पढ़ रही बेटी को IAS अफसर बनाने की परिजनों ने पूछी ट्रिक,हैरान रह गए सीनियर अधिकारी ।

डेस्क। upsc, IAS ।भारत में सिविल सेवाओं का क्रेज इतना ज्यादा है कि कई युवा यहां अपनी जिंदगी का बड़ा हिस्सा इसकी तैयारी में लगा देते हैं. आईएएस, आईपीएस, पीसीएस जैसी नौकरियों को पाने के लिए लाखों लोग हर साल एग्जाम देते हैं मगर कुछ ही चुने जाते हैं. ऐसे में लोगों के अंदर निराशा, हताशा और कुंठा पैदा होने लगती है. मगर इन सब चीजों के बावजूद परिजन बच्चों पर अधिकारी (Parents ask IAS officer tips to make daughter IAS) बनने का दबाव बनाए रहते हैं जिससे उनकी मेंटल हेल्थ भी बिगड़ती है.

हाल ही में इस बात का नजारा देखने को मिला ट्विटर पर जब एक आईएएस अधिकारी (IAS officer) से किसी परिजन ने अपनी बच्ची को भी अफसर बनाने के लिए सुझाव मांगे. साल 2009 के आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण (Awanish Sharan) ने हाल ही में अपने ट्विटर पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है जो किसी परिजन द्वारा उन्हें भेजा गया मैसेज है. इसमें वो शख्स शरण से अपनी बेटी (parents want 5th class daughter to prepare for IAS) को आईएएस अधिकारी बनाने के लिए ट्रिक पूछ रहा है.

मैसेज में क्या लिखा है?
मैसेज में लिखा है- “गुड ईवनिंग सर, मेरी बेटी 5वीं कक्षा में है. मैं उसे आईएएस ऑफिसर बनाना चाहता हूं. कृपया मेरा मार्गदर्शन करें कि मैं उसके लिए घर में कैसे इस तरह का वातावरण बना पाऊं जिससे वो आईएएस की परीक्षा के लिए तैयार हो सके. उसे किताबें पढ़ना बहुत पसंद है. कृपया किताबों का भी सुझाव दें जिससे वो अपने ज्ञान को बढ़ा सके. आपके गाइडेंस का इंतजार है.”
“Good evening sir, my daughter is in 5th standard.  I want to make him an IAS officer.  Please guide me that how can I create such kind of environment at home for him so that he can prepare for IAS exam.  He loves to read books.  Please suggest books also so that he can increase his knowledge.  Awaiting your guidance.”

लोगों ने कसा तंज
ऐसा लग रहा है कि इस मैसेज को पढ़कर अवनीश शरण भी हैरत में पड़ गए. उन्होंने कैप्शन में लिखा- “इस मैसेज पर मैं क्या उत्तर दूं?” इसके बाद तो लोगों ने ऐसे-ऐसे तंज कसे कि जिसने भी ये मैसेज भेजा होगा, अगर उसने कमेंट पढ़ा होगा तो उसको समझ आया होगा कि कम उम्र में बच्चों पर बोझ बनाना ठीक नहीं है. आईएफएस अधिकारी परवीन कासवान ने कमेंट में लिखा- “अब तो उनको देर हो चुकी है.” साल 2018 के आईएएस अधिकारी राम प्रकाश ने कहा- “सर, कह दीजिए कि तब तक आईएएस सेवा रहेगी या नहीं, ये कहना ही मुश्किल है.” हालांकि कुछ लोगों ने संदेश का समर्थन भी किया. एक ने कहा- “सही ही पूछा है, पैरेंट्स अपने बच्चे के प्रति अच्छा सोचते हैं और गाइडलाइन चाहते हैं तो गलत क्या है? इससे बचपन खत्म नहीं होता है सर.”

Kunal Gupta
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