श्रावणी मेला 2022 :भूटान,म्यामार, जापान के शिवभक्त आएंगे बिहार, सुल्तानगंज से देवघर तक करेंगे पैदलयात्रा ।
कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। श्रावणी मेला 2022 : कोरोना त्रासदी से उबरने के बाद एक बार फिर ऐतिहासिक श्रावणी मेले में नेपाल, भूटान, म्यामार, जापान आदि देशों के श्रद्धालु कांवर यात्रा पर भागलपुर जिले के सुल्तानगंज गंगा घाट पर दिखेंगे। विदेशी श्रद्धालुओं की गगगनभेदी आवाज दो साल बाद एक बार फिर सावन माह में गूंजेगी।
विदेशी कांवरियों से नाता रखने वाले कांवर दुकानदार रघुवीर को इस बार भूटान, म्यामार, जापान और नेपाली श्रद्धालुओं ने फोन कर अपनी टोली के आगमन की अग्रिम सूचना दे दी है। ऐसे श्रद्धालुओं के जत्थे में बीर बहादुर थापा, शेङ्क्षरग, बमथाप, मोंग आंग समेत दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु शामिल हैं। जिनके आगमन, ठहराव आदि को लेेकर रघुवीर और उनके सहयोगी अभी से इंतजाम करने लगे हैं। कोरोना त्रासदी के कारण दो साल से कांवरिया पथ पर छाई वीरानी इस बार खत्म होने वाली है। इसे लेकर दुकानदारों में खासा उत्साह अभी से देखा जाने लगा है। प्रशासनिक तैयारियां भी अभी से आरंभ हो गई हैं। 14 जुलाई के पूर्व सभी तैयारियां पूरी करनी है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी बाबू राम, सिटी एसपी स्वर्ण प्रभात, डीएसपी विधि-व्यवस्था डा. गौरव कुमार इसे लेकर कई बार दौरा कर चुके हैं।
सुरक्षा दृष्टिकोण से रखी जाती खास नजर
विदेशी श्रद्धालुुओं का सुरक्षा कारणों से खास ख्याल रखा जाता है। उनके आगमन को लेकर जहां विशेष शाखा के अधिकारियों की टीम सादे लिबास में नजर रखती है वहीं स्थानीय पुलिस भी सुरक्षा निगरानी बढ़ा देती है। कांवरिया पथ पर किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य, सुरक्षा समेत अन्य किसी किस्म की असुविधा कांवरिया पथ पर ना हो इसका प्रशासनिक स्तर पर ख्याल रखा जाता है।
सुल्तानगंज, बाथ, असरगंज, तारापुर, संग्रामपुर, कटोरिया क्षेत्र में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
भागलपुर-बांका-मुंगेर क्षेत्र में कांवरिया पथ पर इस बार कांवरियों की भारी भीड़ होने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा होने लगी है। प्रमंडलीय आयुक्त दयानिधान पांडेय, डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी, बांका एसपी, मुंगेर एसपी और भागलपुर-मुंगेर रेंज के डीआइजी ऐतिहासिक श्रावणी मेले को लेकर प्रशासनिक और सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। श्रावणी मेले में अतिरिक्त पुलिस बल और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति को लेकर भी पत्राचार की कवायद शुरू कर दी गई है। सभी कांवरिया पथों को लुटेरों और नक्सली गतिविधियों की संभावना को देखते हुए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रखा जाएगा।