बिहार के शुभंकर को 11वां और बेतिया में शिक्षा विभाग की डीपीओ श्वेता भारती को यूपीएससी में 356 रैंक।
West Champaran News। upsc
बेतिया। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में एक माना जाता है। अधिकांश छात्रों को लगता है कि इसकी तैयारी फुल टाइम करनी पड़ती है। लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं, जो नौकरी करने के साथ ही सिविल सर्विस परीक्षा सेल्फ स्टडी कर पास कर लेते हैं। इन्हीं में से एक हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले की रहने वाली श्वेता भारती। दरअसल, श्वेता भारती पश्चिम चंपारण जिले में शिक्षा विभाग में कार्यक्रम पदाधिकारी ( डीपीओ ) के पद पर कार्यरत हैं। पूरी निष्ठा के साथ नौकरी करने वाली श्वेता को दूसरे प्रयास में ही यह सफलता मिली है।
नालंद के राजगीर बाजार की मूल निवासी श्वेता भारती के पिता सुरेश चौधरी भी शिक्षा विभाग में डिप्टी डायरेक्टर रह चुके हैं। श्वेता को यूपीएससी में 356 रैंक हासिल हुआ है। उनका चयन होने पर यहां शिक्षा विभाग में खुशी का माहौल है। श्वेता ने बताया कि उन्होंने सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी की परीक्षा पास की है। पटना के इशान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल से 12 वीं तक की पढ़़ाई की। इसके बाद उन्होंने भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल एंड टेलीकम्युनिकेशन में स्नात्तक की। इसके बाद विप्रो नौकरी करने लगी। इसी दौरान 65वीं बीपीएससी में उनका चयन बिहार शिक्षा सेवा के लिए हो गया। पश्चिम चंपारण में छह माह से डीपीओ के पद पर कार्यरत हैं।
शुभंकर ने यूपीएससी में हासिल किया 11वां रैंक
मोतिहारी। पताही प्रखंड क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी राजेश पाठक के पुत्र शुभंकर प्रत्यूष पाठक ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 11वां स्थान प्राप्त कर पूरे इलाके का नाम रोशन किया है। सोमवार को जैसे ही इसकी खबर लोगों को फोन के माध्यम से हासिल हुआ पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। राजेश पाठक अपने पैतृक गांव नारायणपुर में नहीं रहते हैं। वे अपने पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रहते हैं। पहले शुभंकर प्रत्यूष पाठक आईआईटी धनबाद से बीटेक करने के बाद दिल्ली में रहकर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने पिता राजेश पाठक को देते हुए कहा कि पिताजी बराबर प्रोत्साहित करते रहते थे। समय-समय पर परीक्षा की तैयारी में सहयोग भी किया करते थे। श्री पाठक दो भाई हैं। छोटा भाई अभिषेक प्रत्यूष पाठक दिल्ली में ही रहकर आईआईटी में पढ़ाई कर रहा है। ग्रामीण शैलेन्द्र पाठक, कांति देवी पाठक, काशीनाथ पाठक, विनीत कुमार पाठक, आराधना मिश्रा वं पुष्पा देवी ने बताया कि जब भी शुभंकर प्रत्यूष पाठक पर्व-त्योहार में यहां आता था आईएएस बनकर लोगों का सेवा करने की बात उनलोगों से कहा करता था। गांव से लेकर प्रखंड मुख्यालय व चौक चौराहों पर अब इसी खबर की चर्चा लोगों द्वारा की जा रही है। वहीं इस सफलता पर खुश उनके आवास के बगल में स्थित हनुमान जी के मंदिर में पुजारियों ने प्रसाद चढ़ाकर उनकी बेहतरी के लिए कामना की।