गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा यह कार्ड, इसकी बदौलत कई ले रहे उच्च शिक्षा,जानिए डिटेल।
औरंगाबाद : गरीब तबके के बच्चों को उच्च शिक्षा पाने की चाह अब सपना नहीं हकीकत बन रही है। गरीब बच्चों के सपनों को पंख स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत मिल रहा है। सरकार की योजना से उच्च शिक्षा की राह आसान हुई। योजना के तहत ग्रेजुएशन, एमबीए तथा अन्य कोर्स के लिए बच्चों को ऋण देकर उनको उच्च शिक्षा के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिला परामर्श एवं निबंधन केंद्र में सरकार की ओर से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम तीन योजनाएं चल रही है।
आसान दर से ऋण देकर उच्च शिक्षा दिलाना मुख्य उद्देश्य
क्रेडिट कार्ड योजना के तहत आसान दर से छात्रों को ऋण देकर उनको उच्च शिक्षा दिलाना मुख्य उद्देश्य है। स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत इंटर पास करने के बाद पढ़ाई छोड़ देने वाले छात्रों को चिह्नित कर उनको भत्ता देने का काम किया जाता है। कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत तकनीक के क्षेत्र में बच्चों को शिक्षित करने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान दिया जाता है।
6,407 युवाओं को मिला स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए प्रारंभ से अब तक 8,853 युवाओं ने आवेदन दिया। जांच के उपरांत 6,407 युवाओं को इसका लाभ मिल सका। ऋण लेकर ये सभी छात्र उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सभी हौसलों की उड़ान की तैयारी में लगे हैं। बता दें कि अब क्रेडिट कार्ड योजना में ऋण की राशि में भी लैपटाप एवं किताबों के दाम भी शामिल कर दिए गए हैं। युवतियों के लिए मात्र एक प्रतिशत की दर से तथा युवाओं को चार प्रतिशत की दर से ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।
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24,069 को मिला स्वयं सहायता भत्ता
डीआरसीसी के नोडल पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत 24,069 लाभुकों को इसका लाभ मिला है। इस योजना के तहत 28,882 युवाओं ने आवेदन दिया था। सत्यापन करने के बाद 24,069 का चयन हो सका। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 40,908 छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया। बताया कि इन तीनों योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक छात्रों को मिले इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। छात्रों की उच्च शिक्षा मिले इसके लिए हम सभी कार्य कर रहे हैं।