Wednesday, November 27, 2024
Muzaffarpur

स्मार्ट सिटी बननेे के लिए मुजफ्फरपुर को करना होगा और इंतजार, तय समय सीमा में एक भी योजना पूरी नहीं

मुजफ्फरपुर। स्मार्ट सिटी मिशन की योजनाओं को पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन अधिकतर योजनाएं इस मानक पर खरी नहीं उतरीं। योजना की समय सीमा समाप्त होने के बावजूद कई का काम अब शुरू ही हो रहा है। समय पर योजनाओं को पूरा करने में जहां कार्य कर रही एजेंसियां विफल साबित हुईं, वहीं स्मार्ट सिटी कंपनी प्रा. लि. द्वारा बहाल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (पीएमसी) की कार्यप्रणाली कठघरे में है। योजनाएं पूर्ण नहीं होने से शहरवासियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।विदित हो कि पांच साल पूर्व शहर को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल किया गया था। तीन साल तक कुछ नहीं हुआ। इसके बाद योजना का कार्यान्वयन कराने के लिए पीएमसी का चयन हुआ। कंपनी के संचालन के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल का गठन किया गया। डेढ़ साल पूर्व एक दर्जन योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एजेंसियों को कार्यादेश जारी किया गया। एजेंसियों से एकरारनामा में समय सीमा तय की गई, लेकिन किसी एजेंसी ने तय समय सीमा का ख्याल नहीं रखा।

स्मार्ट सिटी की योजनाओं का हाल

सिकंदरपुर मल्टीपरपज स्टेडियम

सिकंदरपुर में 19.8 करोड़ की लागत से मल्टीपरपज स्टेडियम के निर्माण का कार्यादेश पहली मार्च 2021 को साई इंजीकान को दिया गया था। काम को पूरा करने के लिए 15 माह की समय सीमा तय हुई। 13 माह बीच चुका है, लेकिन काम अधूरा है। इससे स्टेडयिम में खेलकूद की गतिविधियां पूरी तरह से बाधित हैं।

स्पाइनल, पेरीफेरल एवं स्मार्ट रोड

बैरिया चौक से स्टेशन रोड होते हुए धर्मशाला चौक तक स्पाइनल रोड, धर्मशाला चौक से सरैयागंज टावर होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफेरल रोड एवं हरिसभा चौक से कल्याणी होते हुए नगर थाना तक स्मार्ट रोड के निर्माण का समय सीमा फरवरी में ही बीत चुका है, लेकिन काम अधूरा है। निर्माण के नाम पर पूरे शहर को खोदकर रख दिया गया है। इससे जनता को भारी परेशानी हो रही है

म्युनिसिपल शापिंग मार्ट

स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 15 माह में तिलक मैदान रोड में म्युनिसिपल शापिंग मार्ट का निर्माण कार्य पूरा करने का करार पांच मार्च को हुआ था। इसका निर्माण फंसा हुआ है।

इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन

पांच मार्च 2021 को कंपनीबाग में इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन के निर्माण कार्य का करार एजेंसी से हुआ था। काम पूरा करने के लिए नौ माह का समय निर्धारित किया गया था। समय सीमा समाप्त होने के बाद भी भवन का काम पूरा नहीं हो सका है।

अन्य योजनाओं के काम में भी लापरवाही

स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर में फेस लिफ्टिंग आफ सुतापट्टी, इस्लामपुर एवं सरैयागंज, शहर के आधा दर्जन चौक-चौराहों का विकास, शहर में 25 स्थानों पर स्मार्ट मिनी बस एवं ई-रिक्शा स्टाप का निर्माण, जुब्बा सहनी पार्क, इंदिरा प्रियदर्शनी पार्क, सिटी पार्क एवं टाउन क्लब पार्क का सौंदर्यीकरण के कार्य की गति भी ऐसी है जो कब पूरी होगी, यह बताने वाला कोई नहीं। महापौर राकेश कुमार ने कहा की, स्मार्ट सिटी की एक भी योजना पर ठीक से काम नहीं हो रहा है। न स्मार्ट सिटी कंपनी सजग है और न ही काम करने वाली एजेंसियां। स्मार्ट सिटी कंपनी के चेयरमैन एवं नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से मिलकर इसकी शिकायत की जाएगी।

Kunal Gupta
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