श्रमिकों का गोल्डन कार्ड बनाने में तीसरे पायदान पर समस्तीपुर
समस्तीपुर। आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के तहत श्रमिकों का कार्ड बनाकर लाभ दिलाने में समस्तीपुर राज्य स्तर पर तीसरे पायदान पर है। जबकि, पूर्वी चंपारण ने 3285 श्रमिकों का कार्ड बनाकर पहला एवं गोपालगंज ने 1838 श्रमिकों का कार्ड बनाकर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जिले में 70 हजार पंजीकृत श्रमिकों का आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें अब तक 1765 मजदूरों का कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं, जिले में कुल 26 लाख 94 हजार 227 का कार्ड बनाया जाना है। जिसमें अब तक जिले में तीन लाख 26 हजार 307 लोगों का कार्ड बनाया गया है। कार्ड बनाने में जिला राज्य स्तर पर छठे पायदान पर है। जिले में आयुष्मान योजना के तहत 16 प्राइवेट अस्पतालों का चयन किया गया है।
मेहनत व मजदूरी करने वाले श्रमिकों का भी आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज होगा। श्रम विभाग में पंजीकृत सभी श्रमिकों व उनके परिवार के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत योजना के तहत श्रम संसाधन विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी किया गया है। जिले के 20 प्रखंडों में स्थित संयुक्त श्रम भवन परिसर में मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। श्रम विभाग की ओर से पंजीकृत मजदूरों का विशेष अभियान चलाकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। कार्ड बनवाने के लिए विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाण पत्र व आधार कार्ड की होती है आवश्यकता :
श्रम अधीक्षक नेहा आर्या ने बताया कि बिहार राज्य निर्माण एवं कामगार कल्याण बोर्ड से निबंधित मजदूर इस योजना के तहत अपना-अपना आयुष्मान भारत योजना का हेल्थ कार्ड बनवा सकते हैं। श्रम विभाग द्वारा लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए श्रम विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाण पत्र एवं आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। बिहार राज्य निर्माण एवं कामगार बोर्ड से निबंधित मजदूरों को प्रत्येक पांच वर्ष में पांच लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि निबंधित मजदूर योजना के तहत देश के किसी भी सरकारी एवं गैर सरकारी सूचीबद्ध अस्पतालों में अपना इलाज कराया जा सकता है। इसके लिए आयुष्मान भारत के जिला कार्यालय या टोल फ्री नंबर 14555 पर आसानी से संपर्क किया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए श्रम विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाण पत्र और आधार कार्ड के साथ नजदीकी वसुधा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) के संचालकों से भी संपर्क किया जा सकता है। सूचीबद्ध अस्पतालों में निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध :
आयुष्मान भारत योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक कंचन माला ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई थी। भवन निर्माण सहित अन्य कामगार मजदूर से पंजीकृत मजदूरों का ही आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इसी योजना के तहत श्रमिकों का आयुष्मान भारत योजना से संबंधित कार्ड बनाया जा रहा है। पात्र लाभार्थियों को इस योजना के तहत पांच लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही जिले में चयनित अस्पतालों को इस योजना से जुड़े लाभार्थियों को इस योजना के तहत निशुल्क इलाज किया जाता है। प्रखंडवार कामगार मजदूरों का कार्ड बनाने का लक्ष्य :
जिले के सभी 20 प्रखंडों के पंचायत स्तर पर कार्यरत वसुधा केंद्र पर कार्ड बनाया जा रहा है। जिसमें विभाग की ओर से जिले में कुल निबंधित कामगार मजदूरों की संख्या 70 हजार 214 है। जिसमें समस्तीपुर नगर निगम में 269, रोसड़ा नगर परिषद में 908, दलसिंहसराय नगर परिषद में 281, समस्तीपुर प्रखंड में 6827, कल्याणपुर में 6004, दलसिंहसराय में 5646, उजियारपुर में 5561, विभूतिपुर में 4168, वारिसनगर में 3811, सरायरंजन में 3633, रोसड़ा में 3559, खानपुर में 3499, हसनपुर में 2959, सिघिया में 2859, पटोरी में 2718, मोहिउद्दीनगर में 2627, मोरवा में 2348, विद्यापतिनगर में 2252, शिवाजीनगर में 2302, ताजपुर में 2188, बिथान में 2156, मोहनपुर में 2109, पूसा 1530 मजदूरों का आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।