मनरेगा का कार्य अधूरा, डीएम के तेवर कड़े
समस्तीपुर । मनरेगा के कार्यो में शिथिलता पर जिलाधिकारी ने सख्ती दिखाते हुए अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी है। अपूर्ण योजनाओं को अविलंब पूरा कराने तथा रैकिंग में सुधार के लिए सतत प्रयास करने का टास्क सौंपा है।
जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को जल जीवन हरियाली मिशन, हर खेत को पानी, राजकीय नलकूप योजना, बिहार शताब्दी निजी नलकूप योजना, नीली क्रांति, समेकित विकास एवं मत्स्य पालन की समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में हुई। डीएम ने कहा कि कार्यालय द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन और एमआइएस पोर्टल पर अंकित प्रतिवेदनों में अंतर आ रहा है। इसके लिए विभाग से संपर्क कर इसे सुधारने का निर्देश दिया। पोखर, चौर, कुआं आदि का भूमि सर्वे कराकर प्रतिवेदन देने को कहा। डीएम ने अधिकारियों से कहा कि रैंकिग सुधार की दिशा में सतत प्रयास करें। डीएम ने सख्त लहजे में कहा कि मनरेगा के अंतर्गत सभी अपूर्ण योजनाओं को अविलंब पूर्ण कराना सुनिश्चित करें, वहीं जिन लाभुकों को अब तक राशि नहीं दी गई है, उसका भुगतान करने को भी कहा। बैठक में सभी प्रखंडों की समीक्षा लक्ष्य के आधार पर की गई। जहां-जहां शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण नहीं किया गया है, उसे हर हाल में अविलंब पूर्ण करने का निर्देश दिया। इमेज प्रोसेसिग मैपिग के लिए जिला पंचायती राज पदाधिकारी को जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी के साथ मिलकर निष्पादन करने को कहा। सरकारी एवं निजी कुओं का सर्वेक्षण जमीनी स्तर पर कराने का निर्देश जिला पंचायती राज पदाधिकारी को दिया। खेत में सिचाई के लिए कुल सिचित एवं असिचित भूमि की समीक्षा कर बची हुई असिचित भूमि की सिचाई करवाने की दिशा में कार्रवाई करने का निर्देश जिला स्तर पर उप विकास आयुक्त को दिया गया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, डीपीओ मनरेगा, कार्यपालक अभियंता मनरेगा, कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग, एमआइएस पदाधिकारी एवं सभी प्रखंडों के कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा उपस्थित रहे।