बिहार महिला टी-20 टीम : जमुई की ज्योति चली त्रिवेन्द्रम, बिहार के लिए खेलेगी मैच, इनकी उपलब्धि जानकर आप रह जाएंगे दंग
इमरान अख्तर खान, जमुई। निशानेबाजी में जमुई की गोल्डन गर्ल श्रेयसी सिंह और भाला फेंक में अंजनी कुमारी पहले ही नारी शक्ति का बेहतर उदाहरण पेश कर चुकी है। अब जमुई की ज्योति भी उसी राह पर चल पड़ी है। शेखपुरा जिले के वीरपुर गांव की एक साधारण परिवार की लड़की ने अपने दम पर संघर्ष कर क्रिकेट नहीं अपितु शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा आगे रही। पिता दयानंद प्रसाद जमुई अस्पताल के इंचार्ज हैं। भाई राहुल भी बेहतर आलराउंडर है। उसकी प्रारंभिक शिक्षा शेखपुरा जिले से हुई है।उसने अपने दादा शिवनाथी पासवान से आशीर्वाद लेने के बाद बीएचयू से फाइन आफ आट््र्स में मास्टर की डिग्री हासिल की। बनारस में ही उसने पढ़ाई के साथ-साथ कोच फैजल, हेमन भाई और कृष्णा के सानिध्य में ट्रेनिंग की। फोटोग्राफी उसका फैशन है और वह पार्ट टाइम नौकरी के साथ पढ़ाई भी कर रही है।क्रिकेट में अपने प्रदर्शन के बदौलत उसने पहली बार सत्र 2019-2920 में बिहार महिला टी-20 टीम में जगह बनाई। दो साल कोरोना के कारण किसी भी महिला की स्टेट टीम घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेल पाई। इस बार जैसे ही मौका मिला वह बिहार महिला टी-20 टीम की हिस्सा बन गई। गुरुवार की देर रात कोच नीतू सिंह के साथ त्रिवेंद्रम के लिए रवाना हुई।
बीसीसीआइ के ए लेवल कोच का भी कर रही है कोर्स
बीसीसीआइ हर साल प्रत्येक स्टेट के लिए ए लेवल कोच का कोर्स कराती है। यही कोच आगे अपने स्टेट के खिलाडिय़ों को ट्रेनिंग देंगे। इस सत्र के लिए ज्योति के अलावा 32 लोगों ने आवेदन दिया। जमुई के तीन खिलाड़ी मयंक मेहता, आदित्य सिंह और ज्योति के अलावा 25 सदस्यों का चयन इसके लिए हुआ है। सबसे बड़ी बात है कि ज्योति पहली महिला खिलाड़ी है जो टीम की हिस्सा तो है ही, ए लेवल कोच का कोर्स भी कर रही है। इसका आनलाइन कोर्स 11 अप्रैल से शुरू होकर 16 तक चलेगा।