सीएम नीतीश कुमार ने किया विश्वस्तरीय महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन, जानिए इसकी क्या है खासियत
गयाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को बोधगया पहुंचे. यहां उन्होंने 147 करोड़ 55 लाख 64 हजार रुपये की लागत से 18 हजार वर्ग फीट में बने सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन किया. महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में कई तरह की सुविधाएं हैं जो उसे इंटरनेशनल मानक के अनुरूप बनाता है. इसके शुरू होने से यहां विभिन्न देशों की बैठक, इंटरनेशनल सेमिनार और कॉन्फ्रेंस हो सकेगा. साथ ही टूरिज्म के बढ़ने की भी संभावना है. आइए जानते हैं इसकी खासियत
यहां दो हॉल बनाए गए हैं. एक हॉल में 2000 तो दूसरे हॉल में 500 लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है. अंदर जाने के लिए तीन दरवाजे हैं. इसके अलावा इमरजेंसी दरवाजे भी बनाए गए हैं. केंद्र की बनावट और भव्यता यहां आए पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. यहां ऑडियो, वीडियो, लाइटिंग, प्रेक्षागृह, मीटिंग हॉल, ग्रीनरूम, डाइनिंग हॉल के अलावा तीन बड़े बहुउद्देशीय हॉल हैं.
उद्घाटन के बाद केंद्र के अर्धनिर्मित व निर्मित भवनों का निरीक्षण किया. नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के मेंटेनेंस के लिए किसी निजी कंपनी के हाथों में सौंपा जाएगा. कहा कि दूसरे देश के लोग भी यहां आएंगे. पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी. यहां आने वाले पर्यटकों को मिलने वाली सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए. अधिकारी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे.
बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति ने उनका स्वागत किया. महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर पूजा की. इस मौके पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, गया सांसद विजय मांझी, नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार आदि उपस्थित थे.
नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों को किया संबोधित
नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों और बौद्ध भिक्षुओं को संबोधित किया. नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों से हाथ जोड़कर कहा कि शराबबंदी लागू करने में काम करते रहें. बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरुद्ध भी कार्य करें.