बढ़ती महंगाई ने भोजन सामग्री की खरीदारी पर डाल रहा प्रतिकूल प्रभाव
किशनगंज : पिछले दो वर्षों से कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्रियों की कीमत बढ़ते जा रहे हैं। महंगाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। लोगों की आमदनी में गिरावट का दौर शुरू है। ऐसे हालात में गरीब, मध्यम और निम्न वर्गीय लोगों के सामने विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है। लोगों को समझ में नहीं आ रहा कि जीवन के अनिवार्य वस्तुओं की खरीदारी अपने परिवार के जरूरत के अनुरूप कैसे करें।
वर्तमान समय में चार से लेकर छह सदस्यीय परिवार अपनी जरूरतों को पूरा करने में कटौती करना शुरू कर दिए हैं। लोगों की माने तो चार सदस्यीय परिवार वाले लोगों को वित्तीय वर्ष 2021-22 में अपने परिवार के लिए भोजन सामग्री सहित कई अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए 16 से लेकर 17 हजार रुपये की जरूरत पड़ती थी। लेकिन महंगाई बढ़ने के कारण 2022- 23 में 25 हजार रुपये भी कम पड़ने लगे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष खाद्य सामग्रियों की कीमत में काफी उछाल आया है। इससे लोगों की चिता बढ़ गई है। बताते चलें कि पिछले चार महीनों में खाद्य तेलों की कीमतों में रिकार्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है। इनमें सरसों के तेल से लेकर पाम आयल, सूरजमुखी, नारियल, मूंगफल आलू, प्याज, टमाटर सहित कई अन्य तेल शामिल हैं। प्रति किलो तीन वर्ष में खाद्य सामग्री की कीमतों में बढ़ोतरी
वस्तु —— 2020 — 2021 — 2022
चावल —- 46 —- 50 — 65
सरसों —- 150 —- 170 — 185
चीनी —- 38 —- 40 — 50
मूंग दाल — 80 —- 90 — 110
रिफायन — 120 —- 160 — 170
घी — 410 — 450 — 560
मसूर दाल — 60 —- 70 — 100
चना — 55 —- 60 —- 70
अरहर —- 90 —- 105 —- 120
चना दाल — 70 —- 80 —- 100
काबुली चना- 70 —- 80 —- 100
आलू —- 10 —- 15 —– 20
प्याज — 11 —- 14 —– 25
टमाटर — 10 —- 20 —– 30 — महिलाओं की राय —-
बढ़ती महंगाई के कारण लोगों का बजट डगमगाने लगा है। पेट्रोल, डीजल और गैस एलपीजी सिलेंडर के कीमत अब भी बढ़ते जा रहे हैं। खाद्य सामग्री की कीमत तो आसमान छूने लगे हैं। ऐसे में निम्न, मध्यम और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
— फरजाना बेगम।
एजपीजी सिलेंडर सहित पेट्रोलियम पदार्थ की कीमतों में बढ़ोतरी होने से लोगों की आमदनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है। महंगाई बढने के साथ साधारण लोगों की आय स्थिर है। इस वजह से महंगाई का असर लोगों के थाली पर भी पड़ते दिख रहा है। सब्जी और फल की कीमत बढ़ते जा रहे हैं। वहीं बढ़ती महंगाई ने लोगों के जीवन को कठिनाईयों से भर दिया है। — पूजा भारती