बेगूसराय में छात्रों के घर पहुंचते ही भावुक हुए स्वजन,उतारी आरती
बेगूसराय। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद वहां फंसे बखरी के तीनों छात्र घर पहुंच गए हैं। छात्रों के घर पहुंचते ही उनके स्वजन काफी भावुक हो गए। माता ने उनकी आरती उतारी तथा उनके सकुशल घर पहुंचने के लिए भगवान का शुक्रिया अदा किया। सभी घर पहुंचे बच्चों से बात करना चाह रहे थे। यूक्रेन से लेकर हंगरी-रोमानिया होते हुए भारत तक यात्रा वृतांत जानने की इच्छा सबों को थी।
इधर छात्रों के घर पहुंचने के बाद रविवार की सुबह प्रशासन की ओर से सीओ शिवेंद्र कुमार बच्चों के घर गए और उनका हालचाल लिया। इस दौरान सीओ ने पुष्प गुच्छ देकर बच्चों को सम्मानित किया तथा उनकी हौसला अफजाई की। सीओ ने कहा कि सरकार इन बच्चों के साथ है। इनके भविष्य के लिए सरकार चितन कर रही है।
मालूम हो कि बखरी बाजार के प्रसिद्ध किराना व्यवसायी जनकलाल के पुत्र विकास कुमार तथा मजार रोड निवासी मनोज चौरसिया के पुत्र बमबम कुमार शनिवार की देर शाम बखरी पहुंचे थे। दोनों छात्र यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद इन दोनों छात्रों के अतिरिक्त बाजार के ही अशोक चौधरी के पुत्र राजाबाबू भी यूक्रेन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और वह फाइनल इयर के छात्र हैं। हालांकि वह इन दोनों छात्रों से पहले बखरी पहुंच गए थे। इधर रविवार को बातचीत में छात्रों ने बताया कि यूक्रेन पर रूस का हमला उनके लिए कितना दहशत भरा था। हमले के दिन से वे लोग सो नहीं पाए। कभी बंकर तो कभी अपने फ्लैट में रह रहे थे। राजा बाबू और बमबम किसी तरह हंगरी तो विकास रोमानिया पहुंचे और फिर स्वदेश लौटे। विकास और बमबम ने बताया कि वे लोग 24 तारीख की मध्य रात्रि फ्लाइट पकड़ी और 25 की सुबह दिल्ली पहुंच गए। इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यूक्रेन में खाने पीने की बात तो दूर पीने के पानी तक के लिए तरसना पड़ा। बहरहाल बच्चे सही सलामत घर पहुंच गए हैं। अब उन्हें अपने भविष्य की चिता सता रही है।