पितृपक्ष मेले से पहले गया के फल्गु में रबर डैम का होगा निर्माण, बोधगया, राजगीर व नवादा में मिलेगी ये सुविधा
पटना । जल संसाधन मंत्री संजय झा (Water Resources Minister Sanjay Jha) ने दावा किया है कि गया स्थित फल्गू नदी में अगस्त महीने लगने वाले पितृपक्ष(Pitru Paksha) मेले से पहले रबर डैम का निर्माण पूरा हो जाएगा। इससे नदी में पानी की उपलब्धता बनी रहेगी। इसके बाद मंत्री ने विधान परिषद से गुरुवार को जल संसाधन विभाग के चार हजार तीन सौ करोड़ रुपये से अधिक के बजट को ध्वनि मत से पारित कर दिया।उन्होंने सदन को बताया कि जून तक गंगा जल आपूर्ति योजना के तहत बोधगया, राजगीर एवं नवादा में पेयजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। मोकामा में इनटेक वेल बन गया है। मोटर लगा दिया गया है।
नदियों को जोड़ने की योजना
मंत्री सदन को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नदियों को जोड़ने की योजना में खास दिलचस्पी है। कोसी-मेची लिंक योजना को औपचारिक स्वीकृति मिल गई है। इस योजना पर होने वाले खर्च की 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देगी। 40 प्रतिशत राज्य सरकार खर्च करेगी। हालांकि केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है कि वह कोसी-मेची को राष्ट्र्रीय परियोजना मान कर 90 प्रतिशत राशि दे। इससे पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिले के दो लाख, 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। पहले इस योजना पर चार हजार नौ सौ करोड़ रुपया खर्च होने का अनुमान था। अब इस पर अधिक राशि खर्च होगी। उत्तर बिहार की तीन नदियों-बागमती, कमला और कोसी को जोडऩे की योजना है। दक्षिण बिहार की नदियां-पुनपुन, किऊल और हरोहर को भी आपस में जोडऩे पर विचार किया जा रहा है।
मंत्री ने बताया कि दुर्गावती कमांड क्षेत्र में कुल कृषि योग्य भूमि 32 हजार चार सौ 67 हेक्टेयर है। 29 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई नाला का निर्माण होना है। 3247 हेक्टेयर क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत काम चल रहा है। इसी तरह उत्तर कोयल जलाशय परियोजना का काम पूरा हो जाने से वर्तमान सिंचाई क्षमता 56 हजार से बढ़ कर 95 हजार हेक्टेयर हो जाएगी। औरंगाबाद जिला के आठ और गया जिले के चार प्रखंडों में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन होगा।