होमवर्क नहीं करने पर मां ने डांटा तो बेटा चला गया रेलवे स्टेशन, फिर उठा लिया यह कदम
पूर्णिया। होमवर्क नहीं करने पर मां द्वारा डांट व एक थप्पड़ लगाने पर मधेपुरा का एक दस वर्षीय भागकर पूर्णिया पहुंच गया। फिलहाल बालक को बाल गृह में आश्रय दिया गया है। दरअसल चाइल्ड लाइन पूर्णिया को पूर्णिया जंक्शन स्थित रेल थाना से रविवार की देर फोन आया कि एक भटकता हुआ दस वर्षीय बालक बरामद किया गया है।
इस सूचना पर चाइल्ड लाइन के मिथिलेश कुमार व मुकेश कुमार बालक के पास पहुंचे और बालक को संरक्षण में लेते हुए रेल थाना में सनहा दर्ज कराया। जिला समन्वयक मयूरेश गौरव ने बताया कि बालक का उम्र लगभग 10 वर्ष है। बालक के अनुसार माता पिता की डांट से परेशान होकर वह घर छोड़कर भाग गया था। वह ना तो स्कूल का और ना ही ट््यूशन का होमवर्क बनाता था। इस कारण मां ने डांटा व एक थप्पड़ भी मारा। इस चलते गुस्से में वह घरवालों को बिना बताए ट्रेन पकड़ लिया और पूर्णिया पहुंच गया। बालक ने बताया कि उसका पढऩे लिखने में मन नहीं लगता है। माता पिता उसे होमवर्क पूरा नहीं होने पर डांटते हैं।
बालक ने बताया कि पूर्णिया पहुंचने पर उसे मां की याद आने लगी है। बालक के पिता ठेला चलाते हैं और उसका घर मधेपुरा रेलवे स्टेशन के पास है। रात्रि में बाल गृह अध्यक्ष अपर्णा विश्वास द्वारा उसे आश्रय दी गई। साथ ही इसकी सूचना बाल कल्याण समिति सदस्य संतोष कुमार सिंह सोमवार को बालक को बाल कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति द्वारा जिला बाल संरक्षण इकाई मधेपुरा को सामाजिक अनुसंधान जांच रिपोर्ट के लिए कहा गया है। साथ ही उचित देखभाल व संरक्षण के लिए बालक को तत्काल बाल गृह में आश्रय दिया गया है।