वरीयता व वित्तीय प्रभार को लेकर की गई थी वीरेन्द्र की हत्या
समस्तीपुर। आचार्य नरेंद्र देव महाविद्यालय के प्रधान लिपिक वीरेंद्र कुमार यादव की हत्या की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने दावा किया है। कॉलेज कर्मी ने ही हत्या की साजिश रची तथा सुपारी देकर हत्या करवाई। इस मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जबकि अन्य 3 लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है। उक्त आशय की जानकारी देते हुए डीएसपी ओमप्रकाश अरुण तथा थानाध्यक्ष संदीप कुमार पाल ने बताया कि एएनडी कॉलेज के प्रधान सहायक वीरेंद्र कुमार यादव की हत्या वरीयता तथा वित्तीय प्रभार को लेकर चल रहे पुराने विवाद के कारण की गई थी। हत्या की साजिश कॉलेज के कर्मियों ने रची थी और बाहर से बुलाकर सुपारी किलर से इस घटना को अंजाम दिया गया था। इस संबंध में कॉलेज के नाइट गार्ड कुंदन कुमार तथा कॉलेज कर्मी युगल किशोर राय के पुत्र अवध बिहारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। डीएसपी ने बताया कि विगत एक वर्ष पहले जीएमआरडी कॉलेज मोहनपुर से शाहपुर उंडी निवासी युगल किशोर राय नामक कार्यालय सहायक स्थानांतरित होकर आए थे। उनके आने के पहले से ही वीरेंद्र कुमार यादव बतौर प्रधान लिपिक कार्य कर रहे थे तथा वित्तीय प्रभार में भी थे। कितु युगल किशोर राय सीनियर होने के नाते इसके लिए हमेशा महाविद्यालय प्रशासन पर दबाव डालते रहे और इसकी लिखित शिकायत भी की थी। इधर नैक मूल्यांकन की तैयारी को लेकर महाविद्यालय में कई कार्य कराए जा रहे थे। जिसमें सफाई, मरम्मत तथा उसके सौंदर्यीकरण का कार्य शामिल है। इन सारे कार्यों का वित्तीय प्रभार विरेंद्र कुमार यादव के जिम्मे था। पुलिस के अनुसार यह सीनियर कर्मी को नागवार गुजरा। डीएसपी ने बताया कि युगल किशोर राय ने नाइट गार्ड कुंदन कुमार के साथ मिलकर साजिश रची तथा कुंदन कुमार ने अपने फुफेरे भाई बरौनी निवासी और रौशन कुमार से हत्या की रूपरेखा तैयार की। रौशन पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति का था। एक लाख रुपए पर हत्या की बातचीत तय कर ली गई। 3 मार्च को घटना के एक दिन पूर्व रौशन बरौनी स्थित अपने घर से पटोरी पहुंच गया और युगल तथा कुंदन से संपर्क किया। युगल के घर पर सब की मुलाकात हुई और उसके कहने पर उसके बेटे अवध बिहारी ने तत्काल पांच हजार की राशि रौशन को दी। 4 मार्च के दिन में कुंदन जो एक समय वीरेंद्र के साथ रहा करता था, ने रौशन से वीरेंद्र का परिचय कराया तथा उसके किराए के आवास पर गया। 4 मार्च की शाम में कॉलेज के एक कर्मी, जो इस साजिश में उसका साथ दे रहा था, ने कुंदन को शराब की कुछ बोतलें भिजवाई। अज्ञात लोगों ने आकर कुंदन को दारू का बोतल सौंपा। रात लगभग आठ बजे रौशन ने कुंदन को ज्योति होटल पर बुलवाया तथा ऑर्डर देकर खाना पैक करवाया। बाद में रौशन वीरेंद्र के किराए के मकान में खाना और शराब के साथ चला गया। इधर कुंदन कॉलेज लौट आया और युगल अपने घर पर ही था। 11:30 बजे हत्यारे रौशन ने युगल को फोन किया और कहा कि काम हो गया। डीएसपी ओमप्रकाश अरुण ने बताया कि इस बीच कुंदन और युगल ने अपना मोबाइल पोर्ट करवा कर सिम बदल लिया और रोशन भी मोबाइल बंद कर फरार हो गया। जब पुलिस ने शक के आधार पर कुंदन को गिरफ्तार किया और सख्ती की तो उसने इस हत्या की कहानी बताई। कुंदन भी संदिग्ध आपराधिक प्रवृत्ति का था। इस मामले में युगल किशोर राय के पुत्र अवध बिहारी तथा कुंदन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। रौशन, कॉलेज के एक अन्य कर्मी तथा युगल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।