Thursday, November 28, 2024
Patna

बना पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र;दुर्गावती जलाशय में पर्यटक ले सकेंगे बोटिग का आनंद

पटना।

सासाराम (रोहतास) । खेतों की सिचाई के लिए रोहतास व कैमूर जिले की सीमा पर बनी दुर्गावती जलाशय परियोजना अब पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन रहा है। कैमूर पहाड़ी की गोद में बसे दुर्गावती जलाशय की सुंदरता का दीदार करने हर कोई आना चाहता है। यह स्थल वाकई ऐसा है भी, जो यहां एक बार आ जाए वह बार-बार यहां आने का प्रयास करता है।

 

प्रकृति की सुंदर वादियों, कलकल बहती नदी की धारा में पक्षियों की चहचहाहट, चारों तरफ से हरे-भरे पेड़ व पहाड़ की चट्टानों पर चढ़ कर घूमना लोग काफी पसंद करते हैं। बिहार के अन्य जिलों से भी लोग अक्सर यहां घूमने और पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। इसे देख वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग इस जगह को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रहा है। विभाग ने जलाशय में पर्यटकों के लिए जल विहार के इंतजाम व अन्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। इस पैसे से वन क्षेत्र में जनोपयोगी योजनाओं को दुरूस्त किया जाएगा व जलाशय में नौका विहार के लिए 25 सीटर वोट खरीदा जाएगा। बोटिग के जरिए पर्यटक शेरगढ़ किला के बाहरी हिस्से का भी दीदार कर सकते हैं।

 

गौरतलब है कि 1951-52 में जब अकाल पड़ा तो प्रदेश के तत्कालीन वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिंह ने क्षेत्र भ्रमण किया था। उस वक्त किसानों ने मंत्री का स्वागत धान के सूखे पौधों से किया। उसी समय दुर्गावती नदी पर बांध बनाकर नहर निकालने की मांग उठाई गई। केंद्रीय सिचाई मंत्री केएल राव ने इस बांध का निरीक्षण कर दुर्गावती जलाशय परियोजना की घोषणा की, लेकिन इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। 1966 में एक बार फिर भीषण अकाल पड़ा। इसके बाद क्षेत्रीय नेताओं ने दुर्गावती जलाशय परियोजना के लिए आंदोलन शुरू किया। तत्कालीन उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम ने 1976 में परियोजना की नींव रखी। वर्ष 2014 में 38 वर्ष बाद इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का तत्कालीन सीएम जीतन राम मांझी ने उद्घाटन किया। कहते हैं अधिकारी :

 

दुर्गावती जलाशय में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौका विहार का प्रबंध किया जा रहा है। इसके अलावे और भी कई सुविधाएं शुरू की जाएंगी। इन योजनाओं का प्रस्ताव पिछले वित्तीय वर्ष में भेजा गया था। जिस पर सरकार ने स्वीकृति दे राशि उपलब्ध करा दी है। जल्द ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।

प्रद्युम्न गौरव, डीएफओ, रोहतास

Kunal Gupta
error: Content is protected !!