यात्रीगण ध्यान दे:अगर आप सजग नहीं रहे तो बिहार की जगह पहुंच जाएंगे झारखंड, भ्रमित है रेलवे की व्यवस्था ।
आलोक कुमार मिश्रा, भागलपुर। यात्रीगण कृपया ध्यान दें, रेलवे की व्यवस्था भ्रमित कर रही है। ऐसे में सजग होकर यात्रा करें, अन्यथा जमालपुर की जगह कहीं आप गोड्डा न पहुंच जाएं। भागलपुर से खुलने वाली डबल इंजन की पैसेंजर ट्रेनों में न नाम है और न ही नंबर। यदि नाम नंबर है तो भी वह भी आश्चर्यजनक है। जिस ट्रेन में नंबर भी है तो उसमें दूसरी ट्रेन के नाम की बोगियां जोड़कर चलाया जा रहा है। कुछ ट्रेनों की बोगियों में तो रूट से अलग स्टेशनों के भी नाम लिखे गए हैं। ऐसे में यात्रियों के लिए भूल-भुलैया की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
भागलपुर से चलने वाली पांच पैसेंजर ट्रेनें ऐसी हैं, जिसमें न तो ट्रेन नंबर लिखा गया है और न ही नाम। गोड्डा से भागलपुर, मंदारहिल से भागलपुर, हंसडीहा से भागलपुर, बांका से भागलपुर डबल इंजन वाली पैसेंजर ट्रेनों में भी नाम और नंबर नहीं है। गोड्डा, जसीडीह, हंसडीहा या बांका से भागलपुर पहुंचने के बाद यह कोई जरूरी नहीं है कि वह ट्रेन पुन: भागलपुर से उपरोक्त जगह के लिए ही चलेगी। गोड्डा से भागलपुर पहुंचने वाली ट्रेन को जमालपुर, किऊल, तिलरथ, बांका या फिर हंसडीहा के लिए भी चलाया जा सकता है। यही स्थिति अन्य जगहों की डबल इंजन से चलने वाली ट्रेनों की भी है। ये ट्रेनें कहां के लिए चलाई जाएंगी इसका पता यात्रियों को एनाउंसमेंट के बाद ही चल पाता है।
डबल इंजन से चलने वाली इन ट्रेनों में नाम और नंबर नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। घंटों प्लेटफार्मों पर इंतजार करना पड़ता है। अक्सर ये ट्रेनें प्लेटफार्म संख्या छह पर ही आती हैं और उसी प्लेटफार्म से उनका परिचालन होता है। मंगलवार को ही प्लेटफार्म संख्या छह पर ऐसी ही एक ट्रेन खड़ी थी। गोड्डा, मंदारहिल और हंसडीहा जाने वाले कई लोग प्लेटफार्म संख्या छह पर पहुंचे और ट्रेन में सवार हो गए। कुछ समय के बाद पता चला कि यह ट्रेन न तो गोड्डा जाएगी और न ही हंसडीहा, बल्कि मंदारहिल के लिए चलेगी। इसके बाद गोड्डा और हंसडीह जाने वाले यात्री जल्दबाजी में ट्रेन से उतरे।
गरीब रथ में जयनगर-भागलपुर-आनंद विहार की लगी हैं बोगियां
भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल तक चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस की गाड़ी नंबर 22405/22406 तो सही अंकित है पर बोगियां जयनगर-आनंद विहार टर्मिनल-भागलपुर की लगी हुई हैं। सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को भागलपुर और आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन में गरीब रथ का नेम प्लेट लगा होना चाहिए। आनंद विहार टर्मिनल-भागलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस के नाम से ट्रेन का परिचालन होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। गरीब रथ की जगह ट्रेन की बोगियों पर जयनगर-आनंद विहार टर्मिनल-भागलपुर लिखा होता है। ऐसे में यात्रियों में संशय की स्थिति बनती है। कई यात्रियों की ट्रेन छूट जाती है। शनिवार और मंगलवार को कुछ ऐसा ही हुआ। काफी देर तक प्लेटफार्म पर इंतजार के बाद पूछने पर गरीब रथ होने का पता चलने पर खुलने के समय तीन-चार यात्री इस ट्रेन में सवार हुए।
रेलवे के अधिकारियों को भी परेशानी का करना पड़ा था सामना
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जयनगर-आनंद विहार टर्मिनल साप्ताहिक ट्रेन होगी, इसलिए पहुंचने पर गरीब रथ में इस ट्रेन का रैक जोड़कर परिचालन किया गया। अन्य साप्ताहिक ट्रेनों में भी इसी तरह दूसरे ट्रेन की बोगियां जोड़कर चलाया जाता है, लेकिन गाड़ी नंबर सही लिखा होना चाहिए। हालांकि इसके बाद भी यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए कि आम लोगों की बात तो दूर रेलवे में वर्षों से नौकरी करने वाले कर्मी भी सभी ट्रेनों के नंबर की जानकारी नहीं होती। रेलवे के तीन अधिकारियों ने बताया कि दूसरी ट्रेन के नाम वाली बोगियां लगी होने की वजह से उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
डबल इंजन से चलने वाली ट्रेनों के रैक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। रैक बढऩे के साथ ही समस्या खत्म हो जाएगी। गरीब रथ एक्सप्रेस में जयनगर-आनंद विहार टर्मिनल की बोगियां जोड़कर चलाने के संबंध में बात की जाएगी। इसका भी जल्द समाधान किया जाएगा। – पवन कुमार, सीनियर डीसीएम सह सीपीआरओ मालदा रेल मंडल।