राह होगी आसान:आमस-दरभंगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के पहले पैकेज के निर्माण के लिए 1390 करोड़ की मंजूरी।
पटना।मात्र ढाई घंटे में इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (गोपालगंज-किशनगंज एनएच) को स्वर्णिम चतुर्भुज (मोहनिया-डोभी एनएच) से जोड़ने वाले आमस-दरभंगा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (लंबाई-199 किलोमीटर) के निर्माण की मंजूरी मिल गई है। यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बिहार का पहला नॉर्थ साउथ कॉरिडोर हैं जो झारखंड बार्डर से नेपाल बॉर्डर को जोड़ेगा। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पैकेज-1 (आमस-शिवरामपुर खंड, लंबाई-55 किलोमीटर) के निर्माण के लिए 1390 करोड़ की स्वीकृति दी है।
शुक्रवार को दिल्ली में मिलने गए बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को उन्होंने यह जानकारी दी। नितिन ने गडकरी से मुलाकात कर बिहार राज्य में चल रहे राष्ट्रीय य राजमार्ग की परियोजनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि मध्य फरवरी में नितिन गडकरी के साथ प्रदेश की नेशनल हाइवे परियोजनाओं के लिए समीक्षा बैठक रखी जाएगी। राजमार्ग योजना के जो प्रस्ताव केन्द्र को समर्पित किए गए हैं, उसपर केन्द्रीय की सहमति बहुत जल्द मिल जाएगी। बैठक में नितिन ने पटना-गया-डोभी राजमार्ग (एनएन-83) को 6-लेन चौड़ा करने की मांग की।
एक नजर
एलाइनमेंट: स्वर्णिम चतुर्भुज (मोहनिया-डोभी) हाइवे पर गया और औरंगाबाद जिला के बॉर्डर के समीप आमस से बेलागंज-मोदनगंज-रामनगर-कच्ची दरगाह-बिदुपुर ब्रीज-कल्याणपुर-ताजपुर होते हुए दरभंगा शहर के पूर्वी-उत्तरी छोर पर स्थित बेला नवादा में इस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (गोपालगंज-किशनगंज) हाइवे तक।
पैकेज
पैकेज- 1: आमस-शिवरामपुर, लंबाई-55 किलोमीटर
पैकेज- 2: शिवरामपुर-रामनगर, लंबाई-54.30 किलोमीटर
पैकेज- 3: कल्याणपुर-टाल दसराहा, लंबाई-45 किलोमीटर
पैकेज- 4: टाल दसराहा-बेला नवादा, लंबाई-44.09 किलोमीटर