दो सौ किमी यात्रा कर बरात लेकर कन्हैया पहुंचे साक्षी के घर, वापस आए तो घटी 120 किमी दूरी, जाने कैसे हुआ ये
खगडिय़ा [चंदन चौहान]। कन्हैया और साक्षी के मधुर जीवन का शुक्रवार को श्रीकृष्ण सेतु ‘साक्षी’ बना। गुरुवार को शाम्हो (लखीसराय) के कन्हैया की शादी खगडिय़ा जिले के परबत्ता प्रखंड स्थित कबेला गांव में हुई। कन्हैया ने बताया कि गुरुवार को बारात लेकर हाथीदह राजेंद्र पुल पारकर बेगूसराय के रास्ते खगडिय़ा होते हुए कवेला पहुंचा। लेकिन आज श्रीकृष्ण सेतु होकर शाम्हो जा रहे हैं। यह ऐतिहासिक दिन है।
कन्हैया के अनुसार सुबह 10:00 बजे ही दुल्हन की विदाई होनी थी। लेकिन मुंगेर पुल के लोकार्पण की खबर बाद लंबे रास्ते से जाने का प्लान कैंसिल कर दिया। देर से दुल्हन की विदाई कर मुंगेर के रास्ते मात्र 80 किलोमीटर का रास्ता तय कर अपने घर पहुंचेंगे। पहले यह दूरी दो सौ किलोमीटर थी।
गुरुवार को दो सौ किलोमीटर की दूरी तय कर कन्हैया वैवाहिक बंधन में बंधने कबेला आए थे। शुक्रवार को मात्र 80 किलोमीटर की दूरी तय कर वे दुल्हन के साथ शाम्हो पहुंच रहे थे। साक्षी ने कहा- यह स्वर्णिम दिन उनके वैवाहिक बंधन को और मजबूत करेगी। मायके से ससुराल जा रही हूं। मां गंगा और श्रीकृष्ण सेतु हमारे जीवन के ‘साक्षी’ बने हैं।
नवदंपती ने किया गंगा दर्शन
श्री कृष्ण सेतु पर गुजरने के दौरान कन्हैया और साक्षी ने गंगा का दर्शन किया। दोनों ने कहा कि विवाह के बाद गंगा का दर्शन करना यह काफी सुखद है। उन्होंने कहा कि मां गंंगा ने दोनों ने आशीर्वाद लिया। इसके बाद कार पर सवार होकर पुल को निहराते हुए अपने गंतव्य की ओर दोनों ने प्रस्थान किया। इसी दौरान काफी संख्या में पुल पर पहुंचे लोगों ने भी नवदंंपती को देखकर उन्हें बधाई दी। यह महज संयोग है कि एक दिन पूर्व कन्हैया को दो सौ किमी की यात्रा करके साक्षी के जाना पड़ा था। लेकिन वापसी के दौरान श्रीकृष्ण सेतु होकर उन्होंने यात्रा की और मात्रा 80 किमी की दूरी तय कर कन्हैया अपने घर अपनी पत्नी को लेकर आ गया।
कन्हैया बताते हैं कि वह लखीसराय-बेगूसराय के रास्ते अपना ससुराल खगड़िया पहुंचे थे। उसी रास्ते से उसे लौटना भी था। लेकिन उन्हें उनके बहनोई (भागलपुर प्रशासनिक विभाग में कार्यरत) जिनका ड्यूटी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुरक्षा में लगा हुआ था, उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण सेतु का लोकार्पण हो चुका है और इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। इसके बाद उन्होंने खगडि़या से मुंगेर के रास्ते लखीसराय जाना तय किया। इस दौरान वे पत्नी साक्षी को लेकर बारातियों के साथ श्रीकृष्ण सेतु होकर गुजरे। कन्हैया बेगूसराय के सृष्टि जीवन हास्पिटल में मैनेजर हैं। साक्षी बेगूसराय महिला कालेज में बीएससी की छात्रा है। कन्हैया के पिता मंटू सिंह और साक्षी के पिता मंगल झा हैं।