तीन साल में बेरोजगारी के चलते 9,140 लोगों ने की आत्महत्या, सरकार ने संसद में दी जानकारी
नई दिल्ली।
राज्यसभा में बुधवार में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दिवालिया या कर्ज में डूबने के कारण आत्महत्या करने वाले लोगों की जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने बेरोजगारी के चलते होने वाली मौतों पर भी सदन को जानकारी दी।
राज्यसभा (Rajya Sabha) में बुधवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Union Minister Nityanand Ray) ने दिवालिया या कर्ज में डूबने के कारण आत्महत्या करने वाले लोगों की जानकारी दी। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि 2018 से 2020 के बीच 16,000 से अधिक लोगों ने दिवालिया होने या कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या की है। उन्होंने बेरोजगारी के चलते जान गंवाने वाले लोगों के बारे में भी जानकारी सदन के समक्ष रखी।
सरकार की ओर से जानकारी देते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि2018 से 2020 के बीच 16,000 से अधिक लोगों ने दिवालिया होने या कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या कर ली है। बेरोजगारी से होने वाली मौतों पर बोलेते हुए राय ने कहा कि 9,140 लोगों ने बेरोजगारी के चलते अपनी जान दी है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आगे कहा कि 2020 में 5,213 लोगों ने दिवालियापन या कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या की जबकि 2019 में यह संख्या 5,908 और 2018 में 4,970 थी। 2020 में 5,213 लोगों ने दिवालियापन या कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या की जबकि 2019 में यह संख्या 5,908 और 2018 में 4,970 थी।