अगले साल समस्तीपुर जिले में 5138 करोड़ रुपये ऋण उपलब्ध कराने की योजना
समस्तीपुर। समाहरणालय के वीडियो कान्फ्रेंसिग हॉल में बुधवार को बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक हुई। अध्यक्षता अपर समाहर्ता विनय कुमार राय ने की। बैठक में नाबार्ड द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए जिले के लिए बनाई गई 5138 करोड़ की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना (पीएलपी) का अनावरण किया। वरीय उपसमाहर्ता बैंकिग अमृता प्रीतम भी मौजूद रही। डीडीएम नाबार्ड जयंत विष्णु ने वर्ष 2022-23 में जिले में विभिन्न प्राथमिकता क्षेत्र में उपलब्ध संभाव्यता पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। योजना के अंतर्गत जिले में कृषि फसली ऋण-अल्प अवधि (उत्पादन/विपणन) के लिए 1622.70 करोड़ का आंकलन किया गया है। वहीं कृषि निवेश ऋण हेतु 1174 करोड़, (जिसमें जल संसाधन 184.14 करोड़, कृषि यंत्रीकरण 243.94 करोड़, बागवानी 122.48 करोड़, वानिकी 2.95 करोड़, पशुपालन- डेयरी 300.35 करोड़, पशुपालन-कुक्कुट पालन 137.61 करोड़, पशुपालन-भेड़/बकरी/सूअर 57.94 करोड़, मत्स्यपालन 106.59 करोड़, अन्य कृषि 8.92 करोड़, भंडारण/गोदाम 249.62 करोड़, कृषि प्रसंस्करण 186.18 करोड़ इत्यादि) का आंकलन किया गया है। गैर कृषि/एमएसएमई क्षेत्र में 264.54 करोड़, शिक्षा में 86.22 करोड़, आवास में 149.94 करोड़, नवीनीकरण ऊर्जा हेतु 6.90 करोड़ तथा सामाजिक संरचना हेतु 68.82 करोड़ का आंकलन किया गया है। एलडीएम पी के सिंह ने बैंकों से आग्रह किया कि जिले का ऋण-जमा अनुपात (सीडी रैशियो) सुधारने के लिए प्राथमिकता क्षेत्र में अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करें। एलडीएम बताया की पीएलपी के आधार पर ही वर्ष 2022-23 का जिला ऋण योजना तैयार किया जाएगा। उन्होंने बैंक अधिकारियों से पशुपालन, मत्स्यपालन तथा कुक्कुट पालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड निर्गत करने पर बल दिया। विशेष कैंप में प्राप्त आवेदनों का निष्पादन 15 दिन के अंदर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। डीडीएम ने नाबार्ड के माध्यम से संचालित केंद्र सरकार की सब्सिडी योजनाओं जैसे नई कृषि विपणन संरचना योजना, एग्री क्लीनिक, एग्री बिजनेस सेंटर इत्यादि पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। पीएलपी 2022-23 पर बैंकों के जिला समन्वयक तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए। उपसमाहर्ता बैंकिग अमृता प्रीतम ने बैंकों को निर्देश दिया की नाबार्ड द्वारा कृषि एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र में आंकलित संभाव्यता को ध्यान में रखते हुए किसानों एवं आम जन को ऋण देना सुनिश्चित करें। मौके पर जीएम, डीआईसी विनय कुमार मल्लिक, डीएएचओ डॉ. समीर सिंह, डीएफओ विमल कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान श्रीकांत सिंह, एलडीएम कार्यालय प्रबंधक विकास कुमार, आरसेटी निदेशक अशोक कुमार, औसेफा निदेशक देव कुमार समेत सभी बैंकों के समन्वयक मौजूद थे।