दलसिंहसराय में 5 सहित पूरे समस्तीपुर में मिले 196 नए संक्रमित:इनमें 38 बच्चे भी हैं शामिल,एक्टिव मरीज हुए 297
समस्तीपुर जिला में बीते 31 दिसंबर से कोरोना संक्रमित मरीज मिलने का सिलसिला रुकने का नाम नही ले रहा है। जिला में जैसे-जैसे जांच की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे ही मरीजों की तादाद भी तेजी से बढ़नी शुरू हो गई है। जिला में 8595 लोगों के हुए आरटीपीसीआर, ट्रूनेट, एंटीजन जांच में 196 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। नए मरीज मिलने के साथ ही जिला में एक्टिव मरीज की संख्या बढ़कर 297 हो गई है। इसमें 38 बच्चे व बच्चियां भी शामिल हैं।
वहीं जिला के कल्याणपुर में कोरोना विस्फोट देखने को मिल रहा है। जहां एक साथ 116 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार विभूतिपुर में 10, बिथान में 3, दलसिंहसराय में 5, हसनपुर में 5, कल्याणपुर में 116, खानपुर में 3, मोहिउद्दीननगर में 1, पटोरी में 1, समस्तीपुर शहर में 20, सरायरंजन में 6, शिवाजीनगर में 1, सिंघिया में 2, ताजपुर में 1, उजियारपुर में 1, विद्यापतिनगर में 2, वारिसनगर में 3, समस्तीपुर ग्रामीण क्षेत्र में 15 व दूसरे जिला का 1 मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए है। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। चिकित्सकों की टीम लगातार उनके ऊपर निगरानी रखते हुए स्वास्थ्य की देखभाल में जुटी है।
सिविल सर्जन डॉ सत्येंद्र प्रसाद गुप्ता का कहना है कि बीते कुछ दिनों से कोरोना के केसेस लगातार आ रहे हैं। रोजाना संख्या भी बढ़ रही है। ऑक्सीजन सिलेंडर, कॉन्संट्रेटर, दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। कई अस्पताल में बेड पर ही ऑक्सीजन पाइप लगाया गया है। किसी भी समस्या से जूझने के लिए हमलोग तैयार हैं। कोरोना को लेकर सभी चिकित्सकों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है।
इधर दलसिंहसराय में रविवार को एसडीओ ज्ञानेंद्र कुमार, सीओ राजीव रंजन ने संयुक्त रूप से कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पालन को लेकर उपकारा, अनुमंडलीय अस्पताल सहित निजी क्लिनिक का जायजा लिया। इस दौरान उपकारा में सभी कर्मी व बंदी द्वारा मास्क का प्रयोग करते पाए गए। वहीं सामान्य साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। जबकि अनुमंडलीय अस्पताल सहित विभिन्न नर्सिंग होम में भी औचक निरीक्षण कर देखा गया कि अनुपालन किया जा रहा है कि नहीं। साथ ही उनके प्रबंधन को सख्त हिदायत दी गई कि उनके कर्मी अथवा जो रोगी हैं, उनके अटेंडेंस अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें व आने वाले सभी रोगियों को हाथ सैनिटाइज कराएं।