स्वर्णिम विजय साइक्लोथॉन’ का आयोजन,एमसीसी कैडेटों को किया गया सम्माननित
समस्तीपुर ।
1971 के भारत-पाक युद्ध में जीत के पचास वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। उत्सव का उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी को बांग्लादेश की मुक्ति के लिए अग्रणी भारतीय सशस्त्र बलों के शानदार कार्यों से अवगत कराना है।
कला, संस्कृति और युवा विभाग के तत्वावधान में बिहार और झारखंड एनसीसी निदेशालय एवं उड़ान के द्वारा इस अवसर को मनाने के लिए ‘स्वर्णिम विजय साइक्लोथॉन’ का आयोजन किया गया । बिहार के सभी एन०सी०सी० ग्रुप मुख्यालय के 20 एनसीसी कैडेटों और उड़ान (यूनाइटेड एंड डिसिप्लिन्ड एलुमनी एसोसिएशन नेटवर्क) के 23 पूर्व कैडेटों ने इस महा साइक्लोथॉन कार्य में भाग लिया ।
साइक्लोथॉन द्वारा प्राप्त उद्देश्य में शामिल हैं:
(क) 1971 के भारत-पाक युद्ध के बारे में जागरूकता फैलाना।
(ख) नुक्कड़ नाटक के माध्यम से हमारे सैनिकों की वीरता और जीत की शोर्य गाथा को आम जन तक पहुंचाना।
(ग) श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बहादुरों के रिश्तेदारों के साथ बातचीत करना।
(घ) स्वच्छ भारत और फिट इंडिया के संदेश को आम जन तक फैलाने के लिए साइकिल के उपयोग को बढ़ावा देना ।
साइक्लोथॉन की याद में बैटन जिसे बिहार एनसीसी के सभी इकाइयों के बीच सौपा गया। साइक्लोथॉन टीम में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन करने वाले कैडेट शामिल थे जो स्वर्णिम विजय यात्रा की ओर ले जाने वाली घटनाओं को दर्शाते हैं, सशस्त्र बलों द्वारा जीती गई तेज और निर्णायक लड़ाई के कारण केवल 13 दिनों में ढाका का पतन हो गया और इस युद्ध के बाद पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सशस्त्र बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल एए खान नियाज़ी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना और बांग्लादेश के मुक्ति बाहनी के सामने आत्मसमर्पण किया।
साइक्लोथॉन दल इतिहास के इस पृष्ठ को पलटते हुए, बाटते हुए 22 नवम्बर को सुबह एतेहासिक गाँधी मैदान से निकल पड़े थे, एक महीने के लिए, सम्पूर्ण बिहार राज्य के आवाम को स्वर्णिम विजय वर्ष की अहमियत बताने, याद दिलाने उनमे जोश और जज्वा भरने ताकि आवाम दिल से कह सके :
सारे जहा से अच्छा, हिन्दुस्ता हमारा
तभी तो हम अपने पहले पड़ाव आरा शहर में समुदाय ने हमारे प्रस्तुति उपरांत यह नारा लगाया की “यह देश है वीर जवानों का मस्तानो का अलबेलो का” ऐसा कहते भी कैसे नही, क्योंकि यह भोज की नगरी रही है l यह दल आरा,बक्सर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, शेखपुरा, मुंगेर, भागलपुर, पूर्णिया, मधेपुरा सहरसा, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, चंपारण, सिवान, छपरा के रास्ते पटना पहुची है l 1700 किलोमीटर की यात्रा वो भी साइकिल से अपने आप में एक अदम्य साहस की बात है l साइकिल चलाओ पर्यावरण बचाओ एवं माँ भारती के नारो के साथ प्रतिदिन यह साइकिल जत्था अपनी यात्रा प्रारम्भ करता है।
आज इको पार्क मे इस साइक्लोथॉन फ्लैग इन माननीय मंत्री पथ निर्माण विभाग श्री नितिन नवीन तथा एन०सी०सी बिहार एवं झारखंड के अपर महानिदेशक मेजर जनरल एम० इंद्रबालन के द्वारा किया गया । कार्यक्रम मे एनसीसी कैडेटों को सम्मानित किया गया ,जिसमें समस्तीपुर कॉलेज के एनसीसी कैडेट अंकिता कुमारी को भी उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया !
समस्तीपुर कॉलेज के एनसीसी पदाधिकारी डॉ0 सफवान सफवी ने बताया कि इस वर्ष समस्तीपुर कॉलेज एमसीसी कैडेटों ने एनसीसी की प्रत्येक क्रियाकलापों मैं अच्छा प्रदर्शन किया!
एनसीसी बी सर्टिफिकेट की परीक्षाओं में कैडेट अमरजीत कुमार एवं दीपक ने पूरी बटालियन एवं कॉलेजों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया था! अक्टूबर में आयोजित साइक्लो थन !जो गांधी जयंती एवं आजादी की अमृत महोत्सव पर एन 0सी 0सी बिहार & झारखंड के द्वारा अंतर जिला साइक्लोथों एन आयोजित की गई थी! उस मैं भी समस्तीपुर कॉलेज के एनसीसी कैडेट अमरजीत कुमार को बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, युवा कला एवं सांस्कृतिक मंत्री श्री ,नितिन नवीन, एनसीसी अपर महानिदेशक मेजर जनरल एम इंदिरा बालन जी के द्वारा पटना की नृत्य कला मंदिर में सम्मानित किया गया तक। दिनांक 18/12/21 को कैडेट सुमित भारती को देहरादून भारतीय सैन्य अकैडमी में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया हैं!
कॉलेज में खुशी का माहौल हैं!