शराब बंदी का समस्तीपुर में बना मजाक;ग्रामीण इलाके में जाम बनाकर जहर बेच रहे मौत के सौदागर
समस्तीपुर । जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र के बल्लीपुर में जहरीली शराब के सेवन से चार की मौत के बाद पुलिस एक्शन में आ गई है। बुधवार को दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक अजिताभ कुमार ने घटनास्थल का जायजा लिया। मृतक के स्वजनों व आसपास के लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ की। मंगलवार को दो लोगों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, वहीं दो के शव को चोरी-छिपे गांव में ही जला देने की खबर है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव का बेसरा प्रिजर्व कर लिया गया है।
गांव में पहुंचे आइजी ने पुलिस पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए। बताया कि अवैध और जहरीली शराब का धंधा किसी कीमत पर नहीं चलने दिया जाएगा। शराब के खिलाफ जिले में नियमित अभियान चल रहा है। धंधेबाज और शराब सेवन करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के अनुपालन में कोताही बरतने वाले कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव में तीन और शिवाजीनगर के दसौत गांव में एक युवक की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। मृतक के स्वजनों ने जहरीली शराब से मौत की आंशका व्यक्त की। मंगलवार को सदर अस्पताल में मेडिकल टीम गठित कर बल्लीपुर गांव के मृतक प्रभात भारती और श्यामनाथ कामती के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इधर बल्लीपुर गांव के मृतक रघु कामती और दसौत गांव के 19 वर्षीय भुल्ला झा के शव का चोरी-छिपे दाह संस्कार कर दिया। आइजी ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस सभी बिदुओं पर जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ने कहा कि पुलिस अभी इस बात का पता लगा रही है कि किसकी गलती से यह घटना हुई। चौकीदार से भी स्पष्टीकरण की मांग की गई है। वैसे जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
बल्लीपुर में तीन युवकों की मौत से पसरा मातम
बल्लीपुर गांव में मंगलवार को हुई दो युवकों की मौत से ग्रामीण स्तब्ध हैं। मृतक के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बुधवार को मृतक श्यामनाथ कामती के शव का दाह संस्कार किया गया। करीब तीन वर्ष पूर्व उसकी शादी हुई थी। घर में बूढ़े माता-पिता, पत्नी और दो छोटे छोटे बच्चे हैं। दूसरी ओर मृतक प्रभात भारती और रघु कामती के घर भी मातमी माहौल है। प्रभात भारती स्नातक का छात्र था और रघु कामती खेती किसानी का काम करते थे। स्वजनों के अनुसार बीते 5 दिसंबर को एक शादी समारोह में तीनों युवकों ने एकसाथ शराब पी। इसके बाद तीनों की स्थिति चिताजनक हो गई। मंगलवार को इलाज के दौरान प्रभात और श्यामनाथ की मौत हो गई, वहीं रघु कामती की मौत अस्पताल ले जाने क्रम में ही हो गई। गांव में पसरे सन्नाटे के बीच कोई भी अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ सीधे तौर पर कुछ नहीं कह रहा। दबी जुबान में शराब के अवैध धंधे की चर्चा जोरों पर है। ग्रामीणों के अनुसार दर्जनों लोग अवैध शराब के धंधे से जुड़े हैं। दंबगई ऐसी है कि कोई भी शराब माफिया के खिलाफ मुंह खोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने किया शव का अंत्यपरीक्षण
सदर अस्पताल में मेडिकल टीम गठित कर दोनों शव का अंत्यपरीक्षण कराया गया। इस दौरान दंडाधिकारी के रूप में सीओ विनय कुमार मौजूद रहे। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई। मेडिकल जांच के लिए विसरा प्रिजर्व किया गया है। मेडिकल टीम में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. गिरिश कुमार, डा. राजेश कुमार और डा. नागमणि राज शामिल रहे।
ग्रामीण इलाके में चोरी छिपे चल रहा चुलाई व देसी शराब निर्माण का धंधा
जिले में जहरीली शराब की जद से यह पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी जहरीली शराब की जद में आकर शाहपुर पटोरी थाना के हसनपुर सूरत में सात लोगों की जान जा चुकी है। इसके बाद पुलिस की सक्रियता बढ़ी। धंधेबाजों के विरुद्ध सघन अभियान चलाया गया। शराब की तस्करी और बिक्री करने वाले कुछ सतर्क जरूर हुए, लेकिन ग्रामीण इलाके में शराब की रिफलिग व देसी शराब का निर्माण अभी भी जारी है। जिस तरह ग्रामीण इलाके में अवैध शराब की बिक्री हो रही है। उसको लेकर पुलिस प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है। लोगों का कहना है कि अवैध शराब के नाम पर जहर का कारोबार करने वाले मौत के सौदागरों पर जब तक कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी, तबतक क्षेत्र में अवैध शराब के धंधे पर रोक लगा पाना मुश्किल होगा।
जबतक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ पाती है तबतक कुछ कहना मुश्किल है। मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की टीम से पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। वैसे पुलिस भी हरेक बिदु पर मामले की जांच कर रही है। सभी पीड़ित परिवार के स्वजनों से भी भेंट की गई है।
अजिताभ कुमार,आइजी, दरभंगा प्रक्षेत्र