शराब बंदी का खुलता पोल:पहले पटोरी, फिर सरायरंजन अब शिवाजीनगर में शराब का कहर,दो की मौत
समस्तीपुर । जहरीली शराब की जद में आकर लोग बीमार हो रहे हैं। पहले शाहपुर पटोरी, फिर सरायरंजन अब शिवाजीनगर में शराब का कहर बरपा है। शिवाजीनगर की घटना के बाद अबतक जिले 11 लोगों की मौत हो चुकी है। शाहपुर पटोरी थाना के हसनपुर सूरत गांव में बीते 6 नवंबर को जहरीली शराब के सेवन से सात लोगों की मौत चुकी थी। इसमें एक सेना और एक बीएसएफ का जवान भी शामिल थे। इसके अलावे जहरीली शराब की जद में आकर कई लोग गंभीर रूप से बीमार भी हो चुके हैं। इसके बाद 12 नवम्बर को सरायरंजन थाना क्षेत्र के नरघोघी गांव में एक व्यक्ति की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई थी। दोनों ही मामले में पहले तो मृतक के स्वजनों ने जहरीली शराब पीने से मौत की बात कही। बाद में अन्य-अन्य कारणों समेत सर्पदंश की प्राथमिकी दर्ज कराई।
थानाध्यक्ष और 12 चौकीदारों पर हो चुकी है कार्रवाई
जिले के शाहपुर पटोरी थाना इलाके में जहरीली शराब कांड का मामला उजागर होने के बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसपी ने तत्कालीन थानाध्यक्ष मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया था। वहीं विभिन्न थाना क्षेत्र में अवैध शराब की खरीद-बिक्री के आसूचना संकलन में कोताही बरतने पर जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई करते हुए एक दर्जन चौकीदारों को निलंबित कर दिया गया।
अभी तक पूर्व की घटनाओं की जांच भी अधूरी
शाहपुर पटोरी और फिर सरायरंजन में शराब पीने से हुई मौत के मामले में अबतक जांच पूरी नहीं हुई थी। न पुलिस उस नेटवर्क को तलाश पाई और न उसके अडडे को। छिटपुट शराब बरामदगी का क्रम चलता रहा। लेकिन मंगलवार को एक बार फिर शिवाजीनगर क्षेत्र में जहरीली शराब कांड ने पुलिस की कार्यशैली का खुलासा कर दिया है।
वर्जन
शराब पीने से दो की मौत हुई है। इस बात को प्रशासन भी स्वीकार कर रहा है। जबतक जांच पूरी नहीं हो जाती है तबतक कुछ भी कहना मुश्किल है। इसमें स्थानीय लोग भी अभी कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं। वहीं स्थानीय राजनीति भी आड़े आ रही है। जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
शशांक शुभंकर
जिलाधिकारी, समस्तीपुर