सॉल्वर गैंग के सरगना को तलाश रही है बिहार-यूपी सहित इन राज्यों की पुलिस ।
पटना।NEET Exam 2021 में सेटिंग करने वाले गिरोह के सरगना के रूप में जिस पीके का नाम सामने आया है, उसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी खोज रही है. दिल्ली में तीन-चार साल पहले हुई मेडिकल की एक परीक्षा में सेटिंग के मामले में उसका नाम सामने आया था. अब बनारस के सारनाथ स्थित एक सेंटर पर नीट में एक अभ्यर्थी हिना के बदले बैठी स्कॉलर व बीएचयू के डेंटल साइंस की छात्रा जूली के पकड़े जाने के बाद एक बार फिर से उसका नाम सॉल्वर गिरोह के सरगना के रूप में सामने आया है. अब बनारस क्राइम ब्रांच की पुलिस को भी उसकी तलाश है.
खास बात यह है कि उसके गिरोह से जुड़े सदस्यों को भी जानकारी नहीं है कि वह कैसा दिखता है और पटना में कहां का रहने वाला है. बनारस में पकड़े गये गिरोह के सदस्य विकास कुमार व ओसामा भी पीके के संबंध में कुछ विशेष जानकारी नहीं दे पाये हैं. बनारस पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम पटना भी आ सकती है. सूत्रों के अनुसार, पीके और अतुल वत्स गिरोह का आपस में संबंध हो सकता है, क्योंकि अतुल वत्स भी दिल्ली में एक सेटिंग के मामले में जेल जा चुका है. लेकिन, वहां से जमानत पर छूटने के बाद से ही फरार है.
सरगना सामने नहीं आता, कई स्तर पर काम करते हैं गिरोह के सदस्य- सॉल्वर गैंग का नेटवर्क काफी मजबूत है और यह कई स्तर पर फैले हुआ है. देश के कोने-कोने में इस गिरोह के सदस्य मौजूद हैं. इनका एक ही काम होता है और वह सेटिंग की इच्छा रखने वाले परीक्षार्थियों की खोज करना और मेधावी छात्रों को सॉल्वर बनाना. इसके एवज में उन्हें अच्छी-खासी रकम कमीशन के तौर पर मिल जाती है. परीक्षार्थी से रुपयों की वसूली और उसे सरगना तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी इनके ही पास होती है, जबकि गिरोह के एक अन्य स्तर पर मौजूद सदस्यों के पास सेंटर पर सेटिंग करने की जिम्मेदारी रहती है.
सरगना तक नहीं पहुंच पायी पुलिस- बिहार व यूपी में होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में भी सेटिंग किये जाने का मामला उजागर हुआ था. यूपी के इलाहाबाद में सेटर गिरोह के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें से दो पटना के रहने वाले थे. इसी प्रकार बिहार में हुई सिपाही भर्ती की शारीरिक परीक्षा के दौरान पुलिस ने 500 से अधिक परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया था.
इन लोगों ने स्कॉलर की मदद से लिखित परीक्षा पास की थी और शारीरिक परीक्षा देने पहुंच गये थे. लेकिन, अंगूठे का निशान नहीं मिलने के कारण पकड़े गये थे. खास बात यह है कि इस परीक्षा में सेटिंग करने वाले गिरोह के सरगना या सदस्यों को पुलिस नहीं पकड़ पायी. मध्यप्रदेश में मेडिकल में सेटिंग करने के आरोप में पटना से दो सेटरों को पुलिस ने पकड़ा था