दलसिंहसराय सुधा व्यवसाई हत्याकांड का खुलासा,गिरफ्तार कुख्यात “TOP-10 में है शामिल,2021 में ही कर चुका है 4 मर्डर ।
समस्तीपुर/दलसिंहसराय । समस्तीपुर पुलिस ने आज कई बड़े मामलो का उद्भेदन किया है। दलसिंहसराय थानाक्षेत्र के एनएच-28 पर घाट नवादा गांव के पास 23 अगस्त की दोपहर बदमाशों ने सुधा दूध के स्टाॅकिस्ट सुनील कुमार राय और उनके चालक पप्पू की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसका उद्भेदन समस्तीपुर पुलिस ने कर दिया है। इसके अलावा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शंभुपट्टी में गैस गोदाम पर लूट व गोलीबारी समेत अन्य मामलों का भी उद्भेदन हुआ है। जिसमें शामिल 8 अपराधियों को लूट के पैसे वह हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन लुटेरों के द्वारा बिहार के अन्य जिलों में भी लूट और हत्या जैसी घटना को अंजाम दिया गया है।
गिरफ्तार अपराधियों में समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत नीरपुर वार्ड संख्या-4 निवासी रामप्रसाद सिंह के पुत्र राजा उर्फ मनीष कुमार सिंह, वैशाली जिले के सहदेई बुजुर्ग थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर बघेल निवासी कृष्ण कांत ठाकुर के पुत्र अंकित ठाकुर, मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत बेला गोप निवासी ललन कुमार सिंह के पुत्र निखिल गौरव व विजय कुमार सिंह के पुत्र सूरज सिंह उर्फ बंटी, समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत मोरवा डीह निवासी प्रमोद झा के पुत्र सुजीत झा उर्फ सोनू मास्टर, मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मुकुंदपुर बाघी निवासी सिंगेश्वर राय के पुत्र रामबाबू राय, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चकअशरफ निवासी मुनेश्वर पासवान के पुत्र गोपाल पासवान और उजियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत निकस निवासी शत्रुघ्न पासवान के पुत्र दीपक पासवान शामिल है।अपराधियों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, दो कट्टा, सात कारतूस, तीन बाइक, सुधा डिस्ट्रीब्यूटर से लूटे गए रुपयों में से 1 लाख 04 हजार रूपये, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एचपी गैस गोदाम से लूटे गए रूपयों में से 8 हजार 230 रूपया, 8 मोबाइल और तेघड़ा थाना क्षेत्र में लूटे गए एक सोने की चेन बरामद की है।
समस्तीपुर नगर थाना पर प्रेस को संबोधित करते हुए सदर डीएसपी प्रीतीश कुमार ने बताया कि जिले में लगातार हो रही हत्या एवं लूट की घटनाओं के उद्भेदन तथा उसमें शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में जिला स्तरीय एसआईटी टीम का गठन किया गया था। उनके नेतृत्व में गठित टीम द्वारा लगातार मानवीय तथा तकनीकी सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए इन अंतर जिला गिरोह के अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। समस्तीपुर जिला के टॉप-10 वंचित अपराधियों में शामिल कुख्यात राजा उर्फ मनीष सिंह अपने आधा दर्जन अपराधियों के साथ अपराध की योजना बनाते हुए एक पिस्टल, दो कट्टा, सात कारतूस के साथ नीरपुर स्थित उसके निर्माणाधीन मकान से उसकी गिरफ्तारी की गई। अपराधियों से जिला की एसआईटी टीम तथा डीआईयू टीम द्वारा गहन पूछताछ की गई। पूछताछ के आधार पर तथा तकनीकी आसूचना, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल से प्राप्त साक्ष्य के आधार पर विभिन्न जिलों से करीब 20 कांडों में उसकी संलिप्तता स्थापित हुई।
इसके माध्यम से मुजफ्फरपुर जिला में 2 लूट कांड, वैशाली जिला के 5 लूट कांड, समस्तीपुर जिले के 12 लूट कांड, नालंदा जिला के 1 लूट कांड, बेगूसराय का 1 लूट कांड, पटना का 1 लूट कांड का उद्भेदन हुआ है। मुजफ्फरपुर, वैशाली, नालंदा की अनुसंधान टीम भी गिरफ्तारी के पश्चात अपराधियों से पूछताछ कर चुकी है।
सदर डीएसपी प्रीतीश कुमार ने बताया कि 23 अगस्त को NH-28 पर सुधा डिस्ट्रीब्यूटर से दिन में 1:00 बजे लूट के क्रम में सुनील राय तथा मो. पप्पू की हत्या हुई थी। इस कांड के मुख्य शूटर मनीष कुमार उर्फ राजा, अंकित ठाकुर, निखिल गौरव की गिरफ्तारी की गई। इसके बाद घटना में सहयोगी रहे रामबाबू राय, सुजीत झा सहित अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है। इस घटना में प्रयुक्त दो हथियार लूट के 01 लाख 04 हजार रूपये, घटना में प्रयुक्त बाइक की बरामदगी हुई है। सभी के द्वारा अपनी संलिप्तता बताते हुए पूरे योजना का खुलासा किया गया है। अपराधियों ने बताया कि वह लोग तीन बाइक पर कुल 7 अपराधी घटनास्थल पर थे, साथ ही घटना के पीछे तीन-चार और लोग की भूमिका पाई गई है। रक्षाबंधन का अगला दिन इसलिए चुना गया था कि रक्षाबंधन के दिन सुधा पेड़ा, मिठाई की बिक्री अधिक होगी। इसलिए बिक्री का ज्यादा रुपया होगा।
इस कांड में आशीष इंटरप्राइजेज बागी की भूमिका भी रही है। पुलिस ने बताया कि इस दुकान का संचालक रामबाबू कुमार राय है जो मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मुकुंदपुर बाघी का रहने वाला है। जिसके पास से तीन मोबाइल बरामद हुआ है। अनुसंधान के क्रम में स्पष्ट हुआ है कि अधिकांश घटनाओं के लिए फर्जी नाम- पता पर सिम कार्ड उसके द्वारा उपलब्ध कराया जाता था। प्रत्येक घटना के बाद वह अपराधियों को नया सिम उपलब्ध कराता था। इसी के गांव का पंकज कुमार सिंह जिसके दलान में बाहरी अपराधी जमा होते थे। इन दोनों के द्वारा ही इस ग्रुप को सीम के अतिरिक्त आश्रय तथा मुंगेर से हथियार लाने में सहयोग दिया जाता था। पंकज फिलहाल फरार चल रहा है।
पुलिस ने सुधा डिस्ट्रीब्यूटर दोहरा हत्याकांड के अलावा, शंभू पट्टी स्थित एचपी गैस गोदाम में गोली मारकर लूट, मोरवा ताजपुर में सीएसपी संचालक से 3 लाख 80 हजार की लूट, नालंदा जिले के बिंदु थाना क्षेत्र में चैन लूट एवं हत्या, चिकनौटा के बलीगांव थाना क्षेत्र में एक किराना दुकान से लूट, पूसा थाना क्षेत्र के गढ़िया चौक पर 41 हजार की लूट, सहदेई ओपी स्थित L&T फाइनेंस कर्मी से लूट व फायरिंग मामले का भी उद्भेदन किया है।
अनुसंधान टीम में पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों, सदर डीएसपी प्रीतिश कुमार, दलसिंहसराय डीएसपी दिनेश पांडये, सदर अंचल पुलिस निरीक्षक विक्रम आचार्य, मुफस्सिल थानाध्यक्ष प्रवीण मिश्रा, दलसिंहसराय थानाध्यक्ष कुमार ब्रजेश, नगर थानाध्यक्ष अरुण कुमार राय, दलसिंहसराय थाना के नंदकिशोर यादव, मुफस्सिल थाना के केसी भारती, डीआईयू टीम के अनिल कुमार, डीआईयू के संदीप पाल, उजियारपुर थानाध्यक्ष विश्वजीत कुमार, ताजपुर थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह, मुफस्सिल थाना के परशुराम सिंह, दलसिंहसराय थाना के विनय कुमार, डीआईयू शाखा के अरविंद कुमार व अखिलेश कुमार शामिल थे। :
तरुण कुमार।