Tuesday, November 26, 2024
Samastipur

दलसिंहसराय में बिना रजिस्ट्रेशन व चिकित्सक के चल रहे सात अस्पताल और नर्सिंग होम ।

दलसिंहसराय(समस्तीपुर), [अंगद कुमार सिंह]। जिले के दलसिंहसराय में अवैध तरीके से क्लीनिक और नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा है। अब इस पर प्रशासन का डंडा चला है। जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के निर्देश पर पुलिस ने निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम के संचालक और दो चिकित्सकों पर प्राथमिकी दर्ज की है। इस तरह की प्रशासनिक कार्रवाई दलसिंहसराय में पहली बार हुई है। जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के निर्देश पर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डा अरुण कुमार ने दलसिंहसराय पुलिस ने श्री सांई हास्पिटल सहित सात निजी अस्पताल के संचालकों और दो चिकित्सकों पर प्राथमिकी दर्ज कराया है।

बताया जाता है कि जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के निर्देश के बाद मार्च माह में स्वास्थ्य विभाग समस्तीपुर की टीम ने दलसिंहसराय के कई निजी नर्सिंग होम की जांच की थी। उसी जांच के आधार पर शहर के सात निजी अस्पताल के संचालक और दो चिकित्सकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई। जिसमें वीआइपी कालोनी रोड स्थित श्री साईं हॉस्पिटल के डॉ राजश्री, ब्लॉक रोड स्थित श्री हॉस्पिटल के संचालक अजित कुमार और चिकित्सक अजय कुमार, अस्पताल रोड स्थित बालाजी अस्पताल के मुकेश कुमार,सीटी अस्पताल के अभिराम और चंदन,न्यू महावीर हॉस्पिटल के संचालक दर्शन कुमार और राजीव कुमार, गंज रोड स्थित साक्षी हॉस्पिटल के आयुष चिकित्सक आर के कुमार, गंज रोड सहित मा कौशल्या नरसिंग होम के कम्पाउंडर अजित कुमार सिंह पर प्राथमिकी दर्ज की गई है । गौरतलब हो कि सामाजिक कार्यकर्ता ने शहर में अवैध नर्सिंग होम की जांच करने की मांग की थी। जिसपर मानवाधिकार आयोग के निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी और सिविल सर्जन ने शहर के कई निजी अस्पताल और नर्सिंग होम की जांच मार्च 2021 में करवाई थी ।

 

क्या है जांच रिपोर्ट में जिसके आधार पर दर्ज की गई प्राथमिकी

1.लोकनाथपुर गंज रोड स्थित साक्षी हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग के टीम ने जांच के बाद अपने रिपोर्ट में बताया है कि हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन 31 जनवरी 2020 को समाप्त हो गई थी । जांच के दौरान चिकित्सक आरके कुमार जो बीएएमएस मौजूद थे । अस्पताल ने रजिस्ट्रेशन में डॉ अरुण कुमार गुप्ता का पुर्जा पर नाम नही पाया गया। जबकि अस्पताल में कई मरीजों का ऑपरेशन किया गया था बिना सर्जन के

2. अस्पताल रोड स्थित न्यू महावीर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग जांच टीम जांच के बाद अपने रिपोर्ट में बताया कि इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन नही मिला। इसके साथ ही अस्पताल में मजूद मरीज के पुर्जा पर डॉ नितिन कुमार का नाम अंकित है फोन पर बात होने पर उन्होंने ने ऑपरेशन नही करने की बात कही । जबकि अस्पताल में कई मरीजों का ऑपरेशन किया गया था । जो अस्पताल में मौजूद राजीव कुमार के द्वारा की गई थी । दर्शन कुमार और राजीव की देख रेख में अस्पताल का संचालन की जाती है ।

3. अस्पताल रोड में संचालित बालाजी हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन नही पाया गया । अस्पताल में कई मरीज भर्ती थे । जिसमें महिला मरीज भी शामिल है । लेकिन कोई महिला चिकित्सक मौजूद नही मिली । इस अस्पताल का संचालन मुकेश कुमार करते है । यह अस्पताल जो पूरी तरह अबैध ढंग से चल रहे थे । अकुशल लोगो के द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है । इसे तत्काल प्रभाव से बंद करवाया जाए ।

4. मा कौशल्या नर्सिंग होम का न तो रजिस्ट्रेशन नही पाया गया नही भर्ती मरीज का कोई पुर्जा मिला । नही मेडिकल कचड़ा मिला । नर्सिंग होम में मौजूद कंपाउंडर ने कोई संतोषजनक जबाब दिया ।

 

5.श्री साई हॉस्पिटल में मरीज का पुर्जा नही पाया गया । नही अग्निशमन पाया गया । हॉस्पिटल में चिकित्सक कुमारी राजश्री मौजूद थी ।

6 सिटी हॉस्पिटल का जांच के दौरान हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन नही पाया गया । अग्निशमन सुरक्षा उपकरण नही थे । संचालक अभिराम और चन्दन उपस्थित नही थे । नही कोई मरीन भर्ती था ।

7. श्री हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन में 2020 में समाप्त हो चुका था । अस्पताल के बीएमएस चिकित्सक के द्वारा मरीजो जा उपचार और सर्जरी किया जाता है ।

बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे जांच घर और लैब

इधर चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े जानकारों का कहना है कि पूरे जिले में कुकुरमुत्ते की तरह बिना रजिस्ट्रेशन के सैंकड़ों जांच घर और लैब संचालित हो रहे हैं। जहां मरीजों का सही जांच तो दूर मानकों का भी ख्याल नहीं रखा जाता है। वहीं कुछ ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि जिला को तो छोड़ दीजिए केवल दलसिंहसराय में 35 से अधिक जांच घर व 10 अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालित हो रहे हैं। जबकि निबंधन मात्र कुछ का ही है।

Kunal Gupta
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