Sunday, November 24, 2024
Samastipur

समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक, गंगा व बाया नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर।

समस्तीपुर । समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक, गंगा व बाया नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसके साथ ही बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में कमी हो रही है। हालांकि, गंगा व बाया नदी पर अभी जल स्तर स्थिर है। बूढ़ी गंडक नदी में खतरे का जलस्तर अधिक होने से रोसड़ा रेल पुल पर दबाव बना हुआ है। वहीं गंगा नदी की वजह से मोहनपुर प्रखंड के सरारी घाट और बाया नदी को लेकर भूरहा स्लूस गेट पर दबाव बना है। आपदा प्रबंधन शाखा से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को बूढ़ी गंडक में समस्तीपुर रेल पुल का जलस्तर 45.49 मीटर है। वहीं बूढ़ी गंडक में रोसड़ा रेल पुल का जलस्तर 43.49 मीटर पर है। जबकि खतरे का निशान 42.63 है। गंगा नदी में सरारी घाट पर जलस्तर 45.85 मीटर पर है। बाया नदी में भूरहा स्लूस गेट का जलस्तर 43.63 मीटर एवं वाजितपुर में 43.16 मीटर है। बाया नदी का जलस्तर पर दो दिनों से स्थिर है। मोरवा प्रखंड की आधा दर्जन से अधिक पंचायतें बाढ़ से प्रभावित मोरवा : नून नदी में आई बाढ़ और भारी बारिश ने चकसिकंदर, हरपुर भिडी तथा गुनाई बसही पंचायतों में भारी तबाही मचा दी है। पांच सौ अधिक लोगों के घरों में बाढ़ के पानी के प्रवेश कर जाने से अफरा-तफरी मची हुई है। जबकि दो दर्जन से अधिक लोगों के कच्चे मकान धराशाई हो गए हैं। पूर्व विधायक रामचंद्र सिंह निषाद ने बताया कि इस साल बाढ़ से सम्पूर्ण क्षेत्र प्रभावित है। चकसिकंदर में एक किलोमीटर से अधिक दूरी में सड़क के ऊपर से नदी का पानी गांव की ओर बह रहा है। लोगो का घर से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। हरपुर भिडी की मुखिया रंभा कुमारी एवं पूर्व मुखिया सुरेंद्र राय अटल के अनुसार पंचायत के सभी वार्डो में बाढ़ के पानी के प्रवेश कर जाने से लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि दो दर्जन से अधिक लोगों के घरों के गिर जाने से बेघर हुए लोगों के समक्ष मुसीबत उत्पन्न हो गई है। हरपुर भिडी पंचायत के वार्ड संख्या एक और दो में नन्हकी सहनी, रामबाबू सहनी, शंभु सहनी, शंकर पासवान, राजबली देवी एवं गंगा सहनी का घर गिर गया हैं। वार्ड संख्या तीन में ललित नारायण राय, दिनेश राय, विष्णु सहनी, राम नारायण सहनी, रंग बहादुर सहनी,राम बहादुर सहनी के घर गिरे हैं। संख्या पांच में अरविद पाल, शंभू पाल और प्रमोद पाल के घर गिरे हैं। वार्ड संख्या सात में रमेश पासवान, सोनेलाल पासवान, विशेश्वर पासवान, रंजीत पासवान, वीरेंद्र पासवान के घर गिर गए हैं। वार्ड संख्या आठ में राम सुजान राम सहित दो दर्जन से अधिक लोगों के घर गिर जाने से बेघर हुए लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। हरपुर भिडी पंचायत के वार्ड संख्या 13 के वैना टोला चारों ओर से बाढ़ के पानी घिर चुका है। मुखिया के अनुसार संपूर्ण पंचायत में मची त्राहिमाम की सूचना बार-बार अंचल एवं प्रखंड प्रशासन को दी गई, बावजूद किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिली।

ग्रामीणों ने निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर अपना आशियाना बना लिया है। इसी प्रकार गुनाई बसही पंचायत के वार्ड संख्या एक मौरा टोला, वार्ड संख्या दो गुनाई बसही, तथा वार्ड संख्या 4, 5 एवं 6 के लोगो के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से पांच सौ से अधिक लोग बुरी तरह से प्रभावित हो चुके है। फलस्वरूप संपूर्ण पंचायत के लोगों को तबाही का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल चकसिकंदर, चकपहार पंचायतों का होने से लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड के इंदरवाडा पंचायत में नदी के बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से सैकड़ों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। लड़ुआ पंचायत के पचभिडा टोले के बाढ़ में घिर जाने से बहुत सारे गरीबों को विस्थापित होना पड़ा है। सारंगपुर पश्चिमी पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के द्वारा संपूर्ण मोरवा प्रखंड को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करते हुए राहत के लिए सड़क जाम भी किया थ। सीओ प्रीतिलता के द्वारा कुछ पंचायतों में सूची बनाकर मात्र पालीथिन दी गई है। राहत नहीं मिलने से सभी बाढ़ पीड़ित पंचायतों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

Kunal Gupta
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