बिहार में बहनों को सरकार की ओर से भी सौगात, जानिए कौन क्या दे रहा।
पटना। रक्षाबंधन के दिन 22 अगस्त को बहनों को अपने भैया के अलावा सरकार की ओर से भी सौगात मिलेगी। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की सिटी सॢवस की बसों में महिलाएं मुफ्त में यात्रा कर सकेंगी। उस दिन सिटी बस में कितनी भी दूरी तक सफर करने के लिए उन्हें किसी भी तरह का किराया नहीं देना होगा। वहीं डाक विभाग तो पहले से बहनों के लिए तत्पर है। देर रात तक राखी संग्रहण के साथ डिलेवरी की व्यवस्था की गई है।
रक्षाबंधन के दिन होगी महिलाओं के लिए विशेष सुविधा
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि सिटी सर्विस की बसों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने एवं सुरक्षित सफर के लिए रक्षाबंधन पर विशेष सुविधा दी जाएगी।परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा राजधानी में कुल 125 सिटी सर्विस की बसों का परिचालन किया जा रहा है। इसमें 70 बसें सीएनजी और 14 इलेक्ट्रिक बसें हैं। इन सभी बसों में रक्षाबंधन के दिन महिलाओं एवं युवतियों के लिए यात्रा पूरी तरह मुफ्त होगी।
65 फीसद सीटें हैं आरक्षित
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के प्रशासक श्याम किशोर ने बताया कि सिटी बसों में सफर के लिए महिलाओं को मासिक पास में भी विशेष छूट दी जा रही है। इसके साथ ही सभी बसों में 65 फीसद सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं, ताकि वे प्रोत्साहित हों। सुरक्षित यात्रा के लिए बसों में सीसी कैमरे भी लगाए गए हैं।
राखियों का घर से संग्रह के साथ देर रात तक डिलीवरी का इंतजाम
रक्षाबंधन को देखते हुए डाक विभाग की ओर से कई तरह की पहल की गई है। इसके तहत वाटर प्रूफ लिफाफा पेश किया गया है। विशेष बैग के जरिए राखियों को भेजने का इंतजाम किया गया है। साथ ही देर रात तक राखियों की डिलीवरी और घर से कलेक्शन करने की भी व्यवस्था की गई है। अगर फौजी भाइयों को किसी पोस्ट पर बहनें राखी भेजना चाहती हैं तो इसके लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। डिजाइनर वाटर प्रूफ लिफाफा पेश किया गया है। इसकी जानकारी बुधवार को बिहार परिमंडल के चीफ पोस्ट मास्टर जेनरल कर्नल जलेश्वर कन्हर ने दी। मौके पर पूर्वी क्षेत्र के पीएमजी अदनान अहमद, निदेशक पंकज कुमार मिश्र और पवन कुमार भी उपस्थित थे।
जगह-जगह स्टाल लगा लिफाफों की बिक्री
डाकघरों के अलावा अलग से भी जगह-जगह स्टाल लगाकर इन लिफाफों की बिक्री की जा रही है। राखियों को पहुंचाने के लिए सामान्य मेल से अलग विशेष बैग की व्यवस्था की गई है ताकि राखियां सुरक्षित पहुंचें। अनेक कामकाजी लोगों को दिन में फुर्सत नहीं मिलती है इसलिए चुनिंदा डाकघरों में देर रात तक राखियों को भेजने और डिलीवरी देने की व्यवस्था की गई है।
बार्डर पर फौजी भाइयों तक राखी पहुंचाएगा डाक विभाग
मोबाइल पोस्ट आफिस के जरिए सोसायटी, मोहल्लों से राखियों को संग्रह करने की भी पहल की गई है। अगर फौजी भाइयों को राखी भेजने की किसी की इच्छा हो तो इसके लिए मुख्य डाकघर में विशेष पत्र पेटी की व्यवस्था है। इसमें बहनें राखी डाल सकती हैं, डाक विभाग इसे सुरक्षित बार्डर पर फौजी भाइयों को पहुंचा देगा। बुधवार को पांच बहनों की ओर से विशेष पत्र पेटी में डाली गईं राखियों को भेजा गया। इस तरह से सांकेतिक रूप से इस सेवा की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि अवकाश के दिन भी राखी व पार्सल की डिलीवरी सुनिश्चित की गई है।